जोधपुर. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (CM Ashok gehlot) ने बीते 2 सप्ताह में जोधपुर शहर के लोगों को विकास कार्यों की बड़ी सौगात दी है. जहां मुख्यमंत्री कोरोना काल में जोधपुर नहीं आकर वर्चुअल शिलान्यास और उद्घाटन कर लोगों को यह संदेश देने का प्रयास कर रहे हैं कि वह उनसे दूर नहीं है.
इतना विकास होने के बावजूद भी सीएम के गृह नगर में एक अलग ही तस्वीर नजर आ रही है, जहां सूरसागर क्षेत्र के वार्ड नंबर 3 के फिला बेरा निवासी अपने क्षेत्र के आधारभूत सुविधाओं के लिए परेशान हैं. यहां सीवरेज (Sewerage) नहीं होने से लोगों को परेशानियों का समाना करना पड़ा रहा है. लोगों का कहना है कि हर जगह गुहार लगाने के बाद आखिरकार सीवरेज लाइन खुद के खर्च से डलवानी पड़ रही है. सीवरेज डलवाने लिए सर्वे का काम शुरु कर दिया है.
200 मीटर की सीवरेज, हर घर से 15 हजार
क्षेत्रवासी हेमंत सांखला बताते हैं कि क्षेत्र में सीवरेज लाइन नहीं है, जिसके चलते आए दिन गंदा पानी जमा हो जाता है. इससे हर वर्ष डेंगू, मलेरिया जैसी बीमारियों का भी सामना करना पड़ता है. इसको लेकर हम हर स्तर पर पत्र व्यवहार कर चुके हैं, लेकिन सुनवाई नहीं हो रही है.
यह सत्र मौजूदा नगर निगम उत्तर के अंतर्गत आता है, वहां की महापौर से भी हमने दरख्वास्त की, लेकिन उन्होंने भी इस पर अभी ध्यान नहीं दिया. जिसके चलते 2 सौ मीटर की सीवरेज लाइन डलवाने का निर्णय लिया है. इस काम में 3 लाख रुपए तक का खर्च आएगा. इसके लिए 20 से 25 घरों से 15-15 हजार रुपए एकत्र कर किए गए है.
हर जगह गए लेकिन नहीं हुई सुनवाई
क्षेत्रवासी बताते हैं कि वे खुद पिछले कई वर्षों से नगर निगम कलेक्ट्रेट संपर्क पोर्टल यहां तक कि मुख्यमंत्री कार्यालय तक के चक्कर लगा चुके हैं, लेकिन हमारे क्षेत्र में सीवरेज लाइन डलवाने और पीने के पानी की लाइन डलवाने को लेकर कोई निर्णय नहीं हुआ. यहां रहने वाले बताते है कि हमने क्षेत्र की विधायक सूर्यकांता व्यास से भी संपर्क किया, लेकिन उनका कहना था कि यहां से हमें वोट नहीं मिले, इसलिए काम नहीं होगा.