जोधपुर. शहर में रंगदारी और फिरौती मांग कर दहशत फैलाने वाली लॉरेंस बिश्नोई गैंग भले ही सलाखों के पीछे बंद है, लेकिन इस गैंग के गुर्गे जान से मारने की धमकी देने सहित अन्य वारदातों को लगातार अंजाम दे रहे हैं. ऐसा ही एक मामला जोधपुर के नागौरी गेट पुलिस थाने में दर्ज हुआ.
जहां पीपाड़ के हिस्ट्रीशीटर ने खुद को लॉरेंस बिश्नोई का गुर्गा बताकर जोधपुर के निजी अस्पताल से इलाज करवाया और पैसे मांगने पर डॉक्टर को जान से मारने की धमकी दे डाली. अस्पताल संचालक ने इस संबंध में जोधपुर के नागौरी गेट पुलिस थाने में मामला दर्ज करवाया. जिस पर कार्रवाई करते हुए पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार किया.
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नागौरी गेट थाना अधिकारी ने बताया कि पीपाड़ थाने का हिस्ट्रीशीटर संतोष जो कि आले दर्जे का नकबजन है. जिसके खिलाफ पहले से 28 से अधिक मामले दर्ज हैं. वह लगभग 1 महीने पहले ही अजमेर जेल से छूट कर आया था और उदयपुर में उसका एक्सीडेंट होने के बाद उसने जोधपुर के निजी अस्पताल संचालक को कॉल कर खुद को लॉरेंस बिश्नोई का गुर्गा बताया और इलाज करने की बात कही. आरोपी ने अस्पताल संचालक को बताया कि वह लॉरेंस के साथ शहर में पहले भी कई लोगों को धमकी देकर वसूली कर चुका है और जेल में लॉरेंस के साथ रहा है.
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जिसके बाद डॉक्टर ने उसका इलाज कर दिया और जब पैसे मांगे तो आरोपी ने जान से मारने की धमकी देते हुए पैसे देने से इनकार कर दिया. ऐसे में डॉक्टर ने इस मामले की रिपोर्ट पुलिस को दी और कार्रवाई करते हुए पुलिस ने हिस्ट्रीशीटर संतोष को गिरफ्तार किया. गौरतलब है कि जोधपुर शहर में पूर्व में रंगदारी और फायरिंग के मामले में निजी अस्पताल के संचालक डॉ. सुनील चांडक के घर पर लॉरेंस बिश्नोई के गुर्गों की ओर से फायरिंग की जा चुकी है.
वहीं, पुलिस को अंदेशा है कि आरोपी ने पैसे नहीं होने के कारण मुफ्त में इलाज करवाने की सोची और उसने लॉरेंस बिश्नोई के नाम से अस्पताल संचालक को कॉल कर जान से मारने की धमकी दी. फिलहाल, पुलिस आरोपी से गहनता से पूछताछ कर रही है.