जोधपुर. राजस्थान हाईकोर्ट के झालामंड स्थित नए भवन में सोमवार से विधिवत रूप से सुनवाई प्रारंभ हुई. इस दौरान जोधपुर और जयपुर पीठ के सभी न्यायाधीशों ने नए भवन के आगे ग्रुप फोटो करवाया और उसके बाद मुख्य न्यायाधीश इंद्रजीत महानती के नेतृत्व में भवन में प्रवेश किया.
वर्तमान में 21 न्यायाधीश कार्यरत
वर्तमान में राजस्थान हाईकोर्ट में 21 न्यायाधीश कार्यरत हैं. सभी ने सोमवार को जोधपुर मुख्य पीठ में सुनवाई की. यह मौका 1976 के बाद 9 दिसंबर 2019 को आया है. इससे पहले जोधपुर ही मुख्य पीठ में सभी जन सुनवाई करते थे, लेकिन 1976 में जयपुर पीठ अलग कर दी गई थी. जिसके बाद से जजों को दो भागों में बांट दिया गया था.
कई मामलों में की गई सुनवाई
जस्टिस सबीना में अवमानना से जुड़े एक मामले की सुनवाई करते हुए आईएएस वीनू गुप्ता को राहत प्रदान की और अवमानना याचिका को निस्तारित कर दिया, तो वहीं मुख्य न्यायाधीश ने भी एनडीपीएस एक्ट से जुड़े मामले की सुनवाई की. इसके बाद न्यायाधीशों ने खंडपीठों में सुनवाई की.
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भवन देखकर व्यक्त की प्रसन्नता
नए भवन में पहली बार सुनवाई के लिए पहुंचे अधिवक्ताओं ने भवन की इमारत की भव्यता देखकर प्रसन्नता व्यक्त की सभी ने इस बात का संतोष जताया कि इस भवन में न्याय से जुड़े सभी कारकों के लिए सुविधाएं विकसित की गई है. वरिष्ठ अधिवक्ता और राज्य के महाधिवक्ता एम.एस. सिंह ने कहा कि सभी न्यायाधीशों और अधिवक्ताओं को नए भवन की शुभकामनाएं देता हूं और आशा करता हूं, कि इस भवन में हम न्याय व्यवस्था को सुचारू चलाएंगे.
मंगलवार से व्यवस्थित रूप के दिया जाएंगा प्रवेश
राज्य सरकार के अतिरिक्त महाधिवक्ता फरजंद अली ने भी भवन को ऐतिहासिक बताया पहले दिन अधिवक्ताओं की खासी भीड़ पहुंची,जिसमें ज्यादातर अधिवक्ता हाई कोर्ट के सेंट्रल डोम के नीचे फोटो सेशन में व्यस्त नजर आए, साथ ही पहला दिन होने से प्रवेश व्यवस्था में भी हाईकोर्ट प्रबंधन ने थोड़ा लचीला रुख रखा मंगलवार से व्यवस्थित रूप से प्रवेश दिया जाएंगे. सोमवार को सभी न्यायाधीशों द्वारा जोधपुर में सुनवाई करने के चलते जयपुर खंड पीठ में अवकाश घोषित किया गया था.