जोधपुर. राज्य सरकार द्वारा जोधपुर क्रिकेट एसोसिएशन को भंग कर एडहॉक कमेटी बनाने के आदेश के खिलाफ राजस्थान हाईकोर्ट ने कमेटी पर रोक लगा दी है. जस्टिस दिनेश मेहता की अदालत में बुधवार को जोधपुर क्रिकेट एसोसिएशन द्वारा याचिका लगाई थी, जिसकी सुनवाई के बाद जस्टिस दिनेश मेहता ने एडहॉक कमेटी पर रोक लगाने के आदेश पारित किए हैं.
जोधपुर क्रिकेट एसोसिएशन के सचिव रामप्रकाश चौधरी ने बताया कि मंगलवार शाम को उन्हें नोटिस इस बाबत दिए गए थे कि एसोसिएशन को लेकर किसी वीरेंद्र सिंह चौहान ने शिकायत की थी. कायदे से एसोसिएशन का व्यक्ति ही शिकायत कर सकता है, फिर भी रजिस्ट्रार ने जांच करवा ली. नोटिस मिलने के कुछ देर बाद ही रात को एसोसिएशन भंग करने की सूचना टीवी चैनल पर मिली. चौधरी ने कहा जोधपुर क्रिकेट एसोसिएशन को खत्म करने के लिए सरकार ने यह कदम उठाया था.
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चौधरी ने हमने न्यायालय को लोढ़ा कमेटी के नियमों से अवगत करवाया, जिसके तहत सरकार द्वारा बनाई गई कमेटी में जिन लोगों को रखा गया है वे सभी लोढ़ा कमेटी के नियमों की अवहेलना करते हैं. क्योंकि सभी अन्य पदों पर पहले से ही नियुक्त हैं. इस पर ही न्यायालय ने इस कमेटी पर रोक लगाई है.
गौरतलब है कि राज्य सरकार ने मंगलवार रात को ही जोधपुर क्रिकेट एसोसिएशन को भंग कर एडहॉक कमेटी बनाई थी. वहीं, इस कमेटी का संयोजक राजस्थान रॉयल्स के उपाध्यक्ष राजीव खन्ना को बनाया था. राजीव खन्ना मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नजदीकी होने के साथ-साथ वैभव गहलोत के मित्र भी हैं. ऐसे में इस बात के कयास लगाए जा रहे हैं कि कहीं न कहीं वैभव गहलोत को जोधपुर क्रिकेट संघ के मार्फत राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन तक पहुंचाना है. लेकिन अब हाईकोर्ट ने इस कमेटी पर रोक लगा दी है.