जोधपुर. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अपने जोधपुर प्रवास के दौरान मीडियाकर्मियों से बातचीत की. इस दौरान उनसे जब कोटा के जेके लोन अस्पताल में सचिन पायलट के बयान को लेकर सवाल पूछा तो उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस ही खत्म कर दी.
जब उनसे पूछा गया कि सचिन पायलट का बयान, जिसमें उन्होंने कहा था कि हमारी सरकार को एक साल हो गया है तो भारतीय जनता पार्टी की गलतियों पर बात नहीं कर सकते कोटा में हुई मौतों के लिए सरकार को जिम्मेदारी लेनी होंगी, इस पर कोई जवाब देने के बजाय अशोक गहलोत हाथ जोड़ नमस्कार कहते हुए प्रेस कॉन्फ्रेंस खत्म कर कर वहां से रवाना हो गए.
अमित शाह पर बोला हमला
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा टिड्डी हमले के मामले को गंभीरता से नहीं लेने और जोधपुर प्रवास के दौरान एक भी लाइन उस पर नहीं बोलने को लेकर सवाल किया.
उन्होंने कहा कि टिड्डी नियंत्रण का दायित्व केंद्र सरकार के अधीन होता है लेकिन, केंद्र सरकार इसे गंभीरता से नहीं ले रही है.
यह भी पढे़ं- पायलट ने सही कहा, सरकार ले जिम्मेदारी, देखें पूर्व चिकित्सा मंत्री राजेन्द्र राठौड़ का Exclusive Interview
गहलोत ने कहा कि अमित शाह की सभा को लेकर बड़ा हव्वा बनाया गया था, वो कह रहे थे की उनकी सभा में 50 हजार लोग आएंगे लेकिन, भीड़ जो आई उसने बता दिया क्या हालात है.
वहीं भाजपा के जन जागरण अभियान को लेकर गहलोत ने कहा कि यह कानून तो उनके द्वारा पारित है, तो इस बारे में यह अभियान क्यों चलाया जा रहा है. इस अभियान की जरूरत क्यों पड़ी, कोई गलती थोड़ी की है.
गहलोत ने कहा - कटारिया आलाकमान को खुश करने के लिए बोलते हैं
प्रेस वार्ता के दौरान गहलोत ने कटारिया पर भी तंज कसा. बता दें कि कटारिया के द्वारा गहलोत के प्रति जो भाषा काम में ली गई है, उस पर टिप्पणी करते हुए उन्होंने कहा कि कटारिया जी बहुत सीनियर नेता है लेकिन, मुझे ऐसा लगता है कि कुछ दिनों पहले मैंने उनसे कहा था कि आप मुख्यमंत्री नहीं बन सकते क्योंकि 75 वर्ष आपकी उम्र हो गई है लेकिन, गवर्नर जरूर बन सकते हैं, तो मुझे ऐसा लगता है कि अपने आलाकमान को खुश करने के लिए कटारिया इस तरह की भाषा का उपयोग कर रहे हैं.
यह भी पढ़ें- राज्य सरकार ने 5 चिकित्सकों को लगाया जेके लोन अस्पताल में, अब एचओडी भी बदलेंगे
देश पर आर्थिक सकंट
वहीं गहलोत ने देश की आर्थिक स्थित पर भी चिंता जताई और कहा कि देश की अर्थव्यवस्था गिरती जा रही है. रुपया गिरता जा रहा है. तेल के दाम बढ़ गए हैं, पहले जब यह दाम बढ़े थे तो युपीए सरकार को ब्लेम किया गया था, लेकिन अब कोई कुछ बोल नहीं रहा है.