जोधपुर. जोधपुर से सांसद एवं मोदी सरकार में केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने माना है कि वर्तमान में चीन का रवैया बेहद ही दुर्भाग्यपूर्ण है. उनका कहना है कि भारत और नेपाल के बीच सदियों से सौहार्दपूर्ण संबंध चले आ रहे हैं, लेकिन चीन ने इन्हें बिगाड़ने में जो कूटनीति की है, वह निश्चित रूप से दुर्भाग्यपूर्ण हैं.
उन्होंने कहा है कि भारत के बॉर्डर रोड ऑर्गनाइजेशन ने कालापानी से लिपुलेख दर्रे के पास 80 किलोमीटर की सड़क का निर्माण किया है. चीन उस सड़क निर्माण को लेकर दोनों देशों के बीच संबंध खराब करने के लिए कूटनीति अपना रहा है.
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साथ ही शेखावत ने कहा कि चिंता की कोई बात नहीं है, भारत वर्तमान में समर्थ हाथों में हैं और हम चीन के प्रत्येक कृत्य का सही प्रत्युत्तर दे सकते हैं. दरअसल, जोधपुर में बुधवार को प्रेस वार्ता आयोजित किया गया, जब इस प्रेस वार्ता में शेखावत से पूछा गया कि चीन बड़ी आर्थिक शक्ति वाला देश है और चीन की सेना भी बहुत बड़ी है.
इस दौरान जब उनसे पूछा गया कि ऐसे में भारत की क्या स्थिति है? इस पर शेखावत ने कहा कि युद्ध आर्थिक नीति से नहीं जीते जाते हैं, युद्ध मनोबल से जीते जाते हैं. उन्होंने कहा कि दुनिया में ऐसे कई उदाहरण हैं, जहां बहुत कम सामर्थ्य के साथ युद्ध जीते गए हैं और इसका जीता जागता उदाहरण 1971 का भारत और पाकिस्तान का युद्ध भी है. उन्होंने कहा कि हमें अपनी सेनाओं पर विश्वास रखना चाहिए और देश के नेतृत्व पर भी. भारत देश में इतना सामर्थ्य है कि हम किसी भी आपदा का मुकाबला कर सकते हैं.