जोधपुर. केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि नगर निगम चुनाव अशोक गहलोत और गजेंद्र सिंह शेखावत के बीच का नहीं है, यह चुनाव दो विचारधाराओं के बीच का है. उन्होंने कहा कि यह चुनाव विकास और विनाश की मानसिकता के बीच का है.
शुक्रवार को सांसद संवाद केंद्र में आयोजित प्रेसवार्ता में शेखावत वर्सेज गहलोत के बीच के चुनाव पर पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए शेखावत ने कहा कि लोकसभा चुनाव में भी यह कहा गया था कि चुनाव मेरे और अशोक गहलोत के बीच है, लेकिन ऐसा नहीं है. उन्होंने कहा कि यह विचाराधारा की लड़ाई है. यह चुनाव ऐसी मानसिकता के बीच का है, जिसने कोरोना काल में दानदाता भामाशाह के सहयोग से मिले पैकेट पर अपना ठप्पा लगाकर घर-घर पहुंचाया.
पढ़ें- शेखावत ने कांग्रेस पर साधा निशाना, कहा- गहलोत सरकार में दिल्ली से लेकर जोधपुर तक अंतर्कलह
'पुलिस भाजपा के कार्यालय बंद करवा रही है'
शेखावत ने एक बार फिर सरकार को आड़े हाथ लेते हुए आरोप लगाया कि सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग इस चुनाव में शुरू हो चुका है. एक गली में दो पार्टियों के कार्यालय खुले होने पर सिर्फ भाजपा के प्रत्याशियों के कार्यालय को कोरोना की गाइडलाइन की आड़ में बंद करवाया जा रहा है. साथ ही उम्मीदवारी खत्म करने की धमकी जा रही है.
शेखावत ने कहा कि पुलिस और प्रशासन को कांग्रेस का कार्यालय नजर नहीं आ रहा है. उन्होंने कहा कि मशीनरी के दुरुपयोग से ही गुपचुप सरकार ने अपनी पार्टी के सिंबल पहुंचाए, जिससे एन मौके पर माहौल देखकर बदला जा सके. यह सबको नजर आ रहा है और इसका जवाब जनता अपने मत से देगी.