जोधपुर. महामंदिर थाने में जैन समाज के मोहताजी मंदिर ट्रस्ट की ओर से ट्रस्ट के पूर्व अध्यक्ष एवं सचिव के विरुद्ध गबन करने का मामला दर्ज करवाया गया है. ट्रस्ट की ओर से दी गई रिपोर्ट में कहा गया है कि ट्रस्ट के 2016 से 2020 तक अध्यक्ष व सचिव वीरेंद्र मेहता व राजेश मेहता ने लाखों रुपए की अनियमितताएं करते हुए गबन किया है.
महामंदिर थानाधिकारी लेखराज सिंह ने बताया कि ट्रस्ट की ओर से जो रिपोर्ट दी गई है उसके अनुसार करीब 21 लाख का घोटाला हुआ है. विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज कर जांच शुरू की जा रही है. इस मामले में तत्कालीन सचिव राजेश मेहता जिन पर आरोप लगाए गए है वो कांग्रेस के पूर्व पार्षद हैं और जोधपुर में सचिन पायलट के खास माने जाते हैं. ट्रस्ट की ओर से जो रिपोर्ट दी गई है उसमें वर्तमान सचिव पवन मेहता का नाम है जो खुद भी कांग्रेस के नेता हैं, प्रदेश कांग्रेस में भी रह चुके है.
हाल ही में राजेश मेहता ने अशोक गहलोत के खासम खास जेडीए के पूर्व अध्यक्ष राजेंद्र सिंह सोलंकी जिन्हें सरकार ने भ्रष्टाचार के मामले में बड़ी राहत दी थी उस आदेश के विरुद्ध हाई कोर्ट में याचिका दायर की थी. इस याचिका पर भी सुनवाई विस्तृत रूप से होनी बाकी है. लेकिन ऐसा माना जा रहा है कि राजेश मेहता ने साफ तौर से याचिका वापस लेने से इंकार कर दिया इसके बाद उन्हें घेरने के लिए सामाजिक व्यवस्था में रणनीति बनाते हुए यह मामला दर्ज करवाया गया है.
इधर राजेश मेहता का कहना है कि किसी भी ट्रस्ट में वित्तीय व्यवस्था कोषाध्यक्ष देखते हैं, मेरे कार्यकाल के समय जो कोषाध्यक्ष थे वह वर्तमान में अध्यक्ष हैं, एफआईआर दर्ज करवाने वालों में वह भी शामिल हैं. जबकि सारे निर्णय तो बतौर कोषाध्यक्ष उनके थे. षड्यंत्र के तहत मुझे फंसाने की यह साजिश है.