जोधपुर. गहलोत सरकार की पुलिस एक्शन मोड में दिख रही है. बुधवार को अपहरण के एक मामले में जोधपुर पुलिस ने 24 घंटे के अंदर (Jodhpur Police Crime Control) खुलासा कर दिया. वहीं, इस घटना के पीछे की कहानी हैरान करने वाली है. एसीपी बोरोनाडा जयप्रकाश अटल ने बताया कि मूलत नागौर जिला निवासी हरिओम जाखड़ की बोरानाडा में पैकिंग फैक्ट्री है, जिसे पिछले तीन चार दिनों से वर्चुअल कॉलिंग कर धमकियां दी जा रही थीं. जिसमें आरोपी उसके बेटे के अपहरण व परिवार जनों की हत्या की धमकी दे रहे थे.
पहले 12 लाख रुपए मांगे बाद में छह लाख रुपए की डिमांड की गई. हर बार नए नंबर से वर्चुअल कॉलिंग हो रही थी. मंगलवार रात को उसने पुलिस को रिपोर्ट दी, लेकिन बुधवार सुबह ही (Factory Owner Son Kidnapping Case in Jodhpur) फिर धमकी मिली तो डर के मारे हरिओम ने नारनाडी के पास तीन संदिग्धों को पांच लाख रुपए दे दिए. जिसकी जानकारी बाद में पुलिस को दी गई. इधर पुलिस पहले से मिले वर्चुअल नंबर की पड़ताल कर रही थी.
मोटरसाइकिल की पहचान से हुआ खुलासा : हरिओम ने जब रुपए दिए थे तीनों बदमाश एक मोटरसाइकिल लेकर आए थे. पुलिस ने हरिओम से मिली जानकारी के आधार पर मोटरसाइकिल के मालिक का पता लगाया, जो बाबू भारती थी. पुलिस ने दबिश दी. पुलिस को बाबूभारती के बेटे जगदीश भारती की गतिविधियों पर शक हुआ. बुधवार दोपहर पुलिस की टीमें इलाके में पड़ताल कर रही थी तो भांडू गांव के पास मोटरसाइकिल के साथ तीन जने नजर आए. जिन्होंने पुलिस को देखते ही वहां से भागने की कोशिश की. लेकिन पुलिस ने देा जनों को पकड़ लिया. तीसरा युवक झाड़ियों में घुस कर भाग गया. दस्तयाब युवकों में जगदीश भारती व विक्रम पुरी था, जबकि राकेश मेघवाल अभी गायब है.
कर्मचारी पर था कर्जा, इसलिए मालिक को बनाया निशाना : जगदीश और विक्रम से पूछताछ में दोनों ने पूरी कहानी पुलिस को बताई कि हरिओम जाखड़ की फैक्ट्री में काम करने वाले हेमंतपूरी पर कर्जा हो गया था. वह इससे मुक्ति चाहता था. उसने जगदीश को बताया कि मालिक के बेटे के अपहरण की धमकी देकर वसूली हो सकती है. जिसके बाद उन्होंन विक्रम को भी शामिल कर लिया. दोनों से पूछताछ के बाद पुलिस ने हेमंतपूरी को भी गिरफ्तार कर लिया. आरोपियों से पुलिस ने पांच लाख रुपए बरामद कर लिए हैं, साथ ही घटना में प्रयुक्त मोटरसइकिल भी बरामद की है. एक आरोपी की तलाश जारी है. पुलिस की टीम सबइंस्पेक्टर पन्नाराम, पुलिसकर्मी रामनिवास, अशोक, गेपरराम, मांगीलाल, रामचंद्र व वीपी सिंह को लगाया गया.