ETV Bharat / city

जोधपुर में रेलवे कार्मिकों का विरोध, आंदोलन की चेतावनी

author img

By

Published : Aug 18, 2020, 4:56 PM IST

नॉर्थ वेस्टर्न रेलवे एम्पलॉयज यूनियन के बैनर तले मंगलवार को रेलवे कार्मिकों ने जोधपुर में रैली निकालकर विरोध-प्रदर्शन किया.  भारतीय रेलवे को निजी हाथों में सौंपने के विरोध सहित कार्मिकों की विभिन्न मांगों को लेकर यह रैली यूनियन कार्यालय से रवाना होकर मंडल रेल प्रबंधक कार्यालय पर पहुंची. जहां सैकड़ों कर्मचारी जुलूस बनाकर रैली में शामिल हुए और नारेबाजी करते हुए विरोध दर्ज करवाए.

मंडल सचिव मनोज कुमार परिहार  रेल मंत्रालय  रेलवे कार्मिकों का प्रदर्शन  निजीकरण के विरोध में प्रदर्शन  jodhpur news  railway privatization  north western railway employees union  protest against privatization  demonstration of railway personnel
निजीकरण के विरोध में कर्मचारियों का प्रदर्शन

जोधपुर. रेलवे को निजी हाथों में सौंपने के विरोध सहित अन्य मांगों को लेकर रेलवे कार्मिकों ने विरोध-प्रदर्शन किया. नॉर्थ वेस्टर्न रेलवे एम्पलॉयज यूनियन के मंडल सचिव मनोज कुमार परिहार ने बताया कि रेल मंत्रालय जिस तरह भारतीय रेल को निजी हाथों में सौंपने का काम कर रहा है. उसका एम्पलॉयज यूनियन उसका खुले तौर पर विरोध करता है.

निजीकरण के विरोध में कर्मचारियों का प्रदर्शन

इस दौरान उन्होंने सरकार से आग्रह किया कि रेल यदि निजी हाथों में जाती है तो निश्चित तौर पर इसका कुप्रभाव पड़ने वाला है. रेल बहुत महंगी हो जाएगी और देश का आम उपभोक्ता रेल का लाभ नहीं ले पाएगा. युवाओं को रोजगार के अवसर हमेशा-हमेशा के लिए समाप्त हो जाएंगे.

यह भी पढ़ेंः अज़मेर: नॉर्थ वेस्टर्न रेलवे एंप्लाइज यूनियन ने केंद्र सरकार के खिलाफ किया प्रदर्शन

मंडल सचिव मनोज कुमार ने बताया कि कोविड- 19 के दौरान रेल कर्मचारियों ने अपनी सेवाएं देकर इस देश को आगे बढ़ाने का काम किया. ऐसे में उन कर्मचारियों का महंगाई भत्ता फ्रीज कर देना न्यायोचित नहीं है. साथ ही साथ भारतीय रेलवे में खाली पड़े पदों को सरेंडर करने की कार्रवाई करना देश और रेलवे हित में नहीं है.

यह भी पढ़ेंः जयपुर: रेलवे यूनियन संगठन ने किया विरोध प्रदर्शन, भारत सरकार जिद छोड़ो का दिया नारा

उन्होंने कहा कि एलडीसीई और जीडीसीई के अंदर जो भारत सरकार द्वारा परीक्षाएं आयोजित की जाती हैं, उसका लाभ कर्मचारियों को मिलना चाहिए. रेल आवासों की दिन-प्रतिदिन दुर्गति हो रही है. आवासों में रहने वाले कर्मचारियों को बहुत कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है. ऐसी स्थिति में संगठन मांग करता है कि इन बातों को ध्यान में रखकर इन समस्याओं का निराकरण किया जाना चाहिए. अन्यथा आने वाले समय में रेलवे कर्मचारी उग्र आंदोलन करने को मजबूर हो जाएंगे.

जोधपुर. रेलवे को निजी हाथों में सौंपने के विरोध सहित अन्य मांगों को लेकर रेलवे कार्मिकों ने विरोध-प्रदर्शन किया. नॉर्थ वेस्टर्न रेलवे एम्पलॉयज यूनियन के मंडल सचिव मनोज कुमार परिहार ने बताया कि रेल मंत्रालय जिस तरह भारतीय रेल को निजी हाथों में सौंपने का काम कर रहा है. उसका एम्पलॉयज यूनियन उसका खुले तौर पर विरोध करता है.

निजीकरण के विरोध में कर्मचारियों का प्रदर्शन

इस दौरान उन्होंने सरकार से आग्रह किया कि रेल यदि निजी हाथों में जाती है तो निश्चित तौर पर इसका कुप्रभाव पड़ने वाला है. रेल बहुत महंगी हो जाएगी और देश का आम उपभोक्ता रेल का लाभ नहीं ले पाएगा. युवाओं को रोजगार के अवसर हमेशा-हमेशा के लिए समाप्त हो जाएंगे.

यह भी पढ़ेंः अज़मेर: नॉर्थ वेस्टर्न रेलवे एंप्लाइज यूनियन ने केंद्र सरकार के खिलाफ किया प्रदर्शन

मंडल सचिव मनोज कुमार ने बताया कि कोविड- 19 के दौरान रेल कर्मचारियों ने अपनी सेवाएं देकर इस देश को आगे बढ़ाने का काम किया. ऐसे में उन कर्मचारियों का महंगाई भत्ता फ्रीज कर देना न्यायोचित नहीं है. साथ ही साथ भारतीय रेलवे में खाली पड़े पदों को सरेंडर करने की कार्रवाई करना देश और रेलवे हित में नहीं है.

यह भी पढ़ेंः जयपुर: रेलवे यूनियन संगठन ने किया विरोध प्रदर्शन, भारत सरकार जिद छोड़ो का दिया नारा

उन्होंने कहा कि एलडीसीई और जीडीसीई के अंदर जो भारत सरकार द्वारा परीक्षाएं आयोजित की जाती हैं, उसका लाभ कर्मचारियों को मिलना चाहिए. रेल आवासों की दिन-प्रतिदिन दुर्गति हो रही है. आवासों में रहने वाले कर्मचारियों को बहुत कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है. ऐसी स्थिति में संगठन मांग करता है कि इन बातों को ध्यान में रखकर इन समस्याओं का निराकरण किया जाना चाहिए. अन्यथा आने वाले समय में रेलवे कर्मचारी उग्र आंदोलन करने को मजबूर हो जाएंगे.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.