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Diesel Crisis in Jodhpur: बुवाई के सीजन में डीजल संकट, किसान हो रहे परेशान

जोधपुर के ग्रामीण क्षेत्रों में संचालित एचपीसीएल और बीपीसीएल कंपनियों के संचालित पेट्रोल पंप ड्राय होने के कगार पर है. इसकी वजह से किसानों को जरूरत के लिहाज से डीजल नहीं मिल पा रहा (Diesel Crisis in Jodhpur) है. आलम यह है कि बुवाई की तैयारी कर रहे किसानों को अब डीजल के लिए जोधपुर आना पड़ रहा है.

Diesel Crisis in Jodhpur
Diesel Crisis in Jodhpur
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Published : Jun 15, 2022, 10:40 AM IST

जोधपुर. अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में हो रही बढ़ोतरी के चलते भारत की सरकारी तेल कंपनियां एचपीसीएल और बीपीसीएल की ओर से अपने डीलरों की सप्लाई रोकने का सिलसिला लगातार जारी है. जोधपुर जिले के ग्रामीण क्षेत्रों के इन कंपनियों के पंप बंद होने के कगार (Diesel Crisis in Jodhpur) पर है. इसके चलते सप्लाई होते ही पंप खाली हो रहे हैं. आलम यह है कि बुवाई की तैयारी (Diesel crisis in sowing season) कर रहे किसानों को अब डीजल के लिए जोधपुर आना पड़ रहा है. हालांकि शहरी क्षेत्र में अभी आपूर्ति हो रही है जिसके चलते पता नहीं चल रहा है.

जोधपुर पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष गोपाल सिंह रूदिया का कहना है कि पिछले एक सप्ताह से डिपो से सप्लाई की परेशानी आ रही है. 40 फीसदी तक सप्लाई बाधित हो रही है. कई पंप सूख चुके हैं. कंपनियों से संपर्क करने पर कहा जा रहा है जो मिल रहा है उससे काम चलाइए. 20 रुपए लीटर तक का कंपनियां घाटा बता रही है. अंतरराष्ट्रीय बाजार में भाव बढ़ने और स्टॉक की परेशानी के चलते ऐसे हालात बने हैं. कंपनियों के परचेजिंग सिस्टम में चूक होने से स्टॉक कम हो रहा है.

बुवाई की सीजन में गांवों में डीजल संकट

पढ़ें- जयपुर में पेट्रोल पंप ड्राई, देर रात पेट्रोल पम्पों पर उमड़ी भीड़...पुलिस ने संभाली स्थिति

हालांकि वे लगातार कह रहे हैं कि जल्द स्थिति सामान्य होंगी, लेकिन ऐसा लगता नहीं है. इसी व्यवसाय से जुड़े डीलर रामसिंह का कहना है कि मानसून आने वाला है ऐसे में किसान खेत तैयार करने में लगे हैं, लेकिन गांवों में डीजल नहीं मिल रहा है. कंपनियां से जो सप्लाई मिल रही है वह रोक नहीं दे इसके लिए एचीपीसीएल और बीपीसीएल पंप संचालक बोलने को भी तैयार नहीं हैं.

किसानों के लिए भारी कटौती- पिथावास गांव से जोधपुर आए किसान ने बताया कि गांव के आसपास एचपीसीएल के दो पंप हैं. पांच ड्रम डीजल लेना है. दोनों पर डीजल नहीं है. दूसरी कंपनी के पंप वाले से कहा तो उसने सौ लीटर ही देने का कहा. इसलिए अब जोधपुर आए हैं. यहां से एक साथ पांच ड्रम मिल जाए तो पूरी सीजन निकल जाएगी. यहां भी दो ड्रम ही देने का कहा है, जबकि अब बारिश होने लगी है तो बुवाई की तैयारी करनी है लेकिन परेशानी हो गई है.

जोधपुर. अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में हो रही बढ़ोतरी के चलते भारत की सरकारी तेल कंपनियां एचपीसीएल और बीपीसीएल की ओर से अपने डीलरों की सप्लाई रोकने का सिलसिला लगातार जारी है. जोधपुर जिले के ग्रामीण क्षेत्रों के इन कंपनियों के पंप बंद होने के कगार (Diesel Crisis in Jodhpur) पर है. इसके चलते सप्लाई होते ही पंप खाली हो रहे हैं. आलम यह है कि बुवाई की तैयारी (Diesel crisis in sowing season) कर रहे किसानों को अब डीजल के लिए जोधपुर आना पड़ रहा है. हालांकि शहरी क्षेत्र में अभी आपूर्ति हो रही है जिसके चलते पता नहीं चल रहा है.

जोधपुर पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष गोपाल सिंह रूदिया का कहना है कि पिछले एक सप्ताह से डिपो से सप्लाई की परेशानी आ रही है. 40 फीसदी तक सप्लाई बाधित हो रही है. कई पंप सूख चुके हैं. कंपनियों से संपर्क करने पर कहा जा रहा है जो मिल रहा है उससे काम चलाइए. 20 रुपए लीटर तक का कंपनियां घाटा बता रही है. अंतरराष्ट्रीय बाजार में भाव बढ़ने और स्टॉक की परेशानी के चलते ऐसे हालात बने हैं. कंपनियों के परचेजिंग सिस्टम में चूक होने से स्टॉक कम हो रहा है.

बुवाई की सीजन में गांवों में डीजल संकट

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हालांकि वे लगातार कह रहे हैं कि जल्द स्थिति सामान्य होंगी, लेकिन ऐसा लगता नहीं है. इसी व्यवसाय से जुड़े डीलर रामसिंह का कहना है कि मानसून आने वाला है ऐसे में किसान खेत तैयार करने में लगे हैं, लेकिन गांवों में डीजल नहीं मिल रहा है. कंपनियां से जो सप्लाई मिल रही है वह रोक नहीं दे इसके लिए एचीपीसीएल और बीपीसीएल पंप संचालक बोलने को भी तैयार नहीं हैं.

किसानों के लिए भारी कटौती- पिथावास गांव से जोधपुर आए किसान ने बताया कि गांव के आसपास एचपीसीएल के दो पंप हैं. पांच ड्रम डीजल लेना है. दोनों पर डीजल नहीं है. दूसरी कंपनी के पंप वाले से कहा तो उसने सौ लीटर ही देने का कहा. इसलिए अब जोधपुर आए हैं. यहां से एक साथ पांच ड्रम मिल जाए तो पूरी सीजन निकल जाएगी. यहां भी दो ड्रम ही देने का कहा है, जबकि अब बारिश होने लगी है तो बुवाई की तैयारी करनी है लेकिन परेशानी हो गई है.

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