जोधपुर. राजस्थान पुलिस महानिदेशक एमएल लाठर अपने दो दिवसीय दौरे पर जोधपुर पहुंचे. इस दौरान उन्होंने मीडिया से बात की. उन्होंने कहा कि आने वाले कुछ दिनों में ये सुनिश्चित किया जाएगा कि लंबित प्रकरणों को जल्द निस्तारित किया जाए. खासतौर से महिलाओं, अनुसूचित जाति जनजाति के लोगों के खिलाफ होने वाले अपराध के लंबित प्रकरणों को एक निश्चित समय में निस्तारित किया जाएगा. इसकी समय सीमा भी तय है जिसकी पालना करवाई जाएगी.
जब उनसे पूछा गया कि शहर में लगातार चोरी और नकबजनी की वारदात बढ़ रही है तो उन्होंने कहा कि पिछला लंबा समय कोरोना काल में ही बीता. ऐसे में पुलिस को अतिरिक्त काम करना पड़ा और अब एक बार फिर कोरोना का साया मंडरा रहा है लेकिन फिर भी हम प्रयास करेंगे कि नकबजनी की वारदातें कम हो.
ऑनलाइन फ्रॉड के अपराधों में बढ़ोतरी के सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि वर्तमान में सभी संभाग मुख्यालयों पर साइबर यूनिट बनाई हुई है. हमने सरकार को इन सभी यूनिट्स को थाने में कन्वर्ट करने की सिफारिश भेजी है, इसके लिए नौकरी भी तय की जा रही है और उम्मीद है कि सरकार जल्द ही इसकी अनुमति जारी करेगी. जिससे साइबर अपराध के मामले प्राथमिकता से देखे जाएंगे. नफरी के सवाल पर उन्होंने कहा कि सरकार ने अभी हाल ही में पदोन्नति देकर 3500 एएसआई के पद बढ़ाए हैं, कांस्टेबल की भर्ती जारी है.
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आकस्मिक अवकाश पूरा ले ये सुनिश्चित करें
पुलिसकर्मियों को साप्ताहिक अवकाश देने के सवाल पर उन्होंने कहा कि हमारी ड्यूटी बहुत हार्ड है. 24 घंटे साल के 365 दिन काम होता है. यही कारण है कि सरकार पुलिसकर्मी को 12 की बजाय 13 महीने का वेतन देती है. सामान्य सरकारी कर्मचारियों को जहां प्रतिवर्ष 15 आकस्मिक अवकाश मिलते हैं पुलिसकर्मी को 25 मिलते हैं. हमारा ये प्रयास होगा कि वो 25 सप्ताह का उपयोग करें अपने परिवार के साथ जाए एंजॉय करें.