जोधपुर. मानसून सीजन में शहर की ड्रेनेज व्यवस्था की समीक्षा को लेकर नगर निगम आयुक्त आरएस तोमर ने गुरुवार को निगम के तकनीकी अधिकारियों व सफाई विंग के अधिकारियों की बैठक ली. जिसमें उन्होंने अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए. बैठक में नगर-निगम आयुक्त आर एस तोमर ने सभी मुख्य सफाई निरीक्षकों से अपने-अपने क्षेत्रों में नालों की सफाई के कार्य के संबंध में जानकारी ली.
साथ ही संबंधित वार्ड के जेईएन से नालों की सफाई कार्य के संबंध में फीडबैक लिया. निगम आयुक्त आरएस तोमर ने बताया कि शहर में छोटे-बड़े कुल 130 नाले हैं. जिनकी सफाई का कार्य लगभग पूरा कर लिया गया है. साथ ही जहां कहीं भी नालों की मरम्मत की आवश्यकता है. उस कार्य को भी लगभग पूरा कर लिया गया है, और अगले 1 सप्ताह में इस कार्य को पूरा कर लिया जाएगा.
तोमर ने बताया कि नालों की सफाई व्यवस्था के लिए त्रिस्तरीय मॉनिटरिंग की जा रही है. पहले स्तर पर मुख्य सफाई निरीक्षक की ओर से सफाई कार्य की मॉनिटरिंग की जा रही है. वहीं दूसरे स्तर पर निगम के जेईएन और एईएन अपने-अपने वार्डों में जाकर नालों की सफाई कार्य का निरीक्षण कर रिपोर्ट प्रस्तुत रहे हैं.
वहीं तीसरे स्तर पर नगर निगम आयुक्त, उपायुक्त व मुख्य अभियंता नालों की सफाई कार्य का जायजा ले रहे हैं. आयुक्त तोमर ने बताया कि नगर निगम की ओर से चार नालों का निर्माण कार्य चल रहा है, लेकिन मानसून सीजन को ध्यान में रखते हुए इन नालों को भी वैकल्पिक रूप से तैयार किया जा रहा है. निगम आयुक्त ने बताया कि निगम की ओर से कंट्रोल रूम भी संचालित किया जा रहा है. बैठक में उपायुक्त अयूब खान, उपायुक्त अश्वनी के पंवार, उपायुक्त आकांक्षा बैरवा, मुख्य अभियंता संपत मेघवाल , चीफ इंजीनियर मीणा सहित समस्त मुख्य सफाई निरीक्षक मौजूद रहे.
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आयुक्त तोमर ने नालों की सफाई कार्य का लिया जायजा...
नगर निगम आयुक्त आरएस तोमर ने सरदारपुरा विधानसभा क्षेत्र में नालों की सफाई कार्य का जायजा लिया. साथ ही उन्होंने सफाई निरीक्षकों को नालों की सफाई की स्थिति की नियमित मॉनिटरिंग करने के निर्देश दिए. निरीक्षण के दौरान मुख्य अभियंता संपत मेघवाल,सुधीर माथुर भी मौजूद रहे.
नालों के पास लगेंगे सांकेतिक बोर्ड...
बैठक में नगर निगम आयुक्त आरएस तोमर ने तकनीकी अधिकारी को निर्देश दिए कि जहां कहीं भी नालों के पास दुर्घटना की संभावनाएं हो वहां खतरे के निशान के सांकेतिक बोर्ड लगाया जाए. साथ ही नालों की मरम्मत की आवश्यकता हो तो उसे भी जल्द से जल्द पूरा किया जाए. आयुक्त तोमर ने एक सप्ताह के भीतर इन दोनों कार्य को पूरा कर पालना रिपोर्ट पेश करने के निर्देश दिए हैं.