जोधपुर. प्रदेश में कोरोना की दस्तक के बाद जोधपुर के जालोरी गेट के भीतरी क्षेत्र स्थित कोराना हाउस और कोरोनेश्वर महादेव का मंदिर चर्चा में आ गया था. 22 मार्च के बाद शहर में कोरोना ने पांव पसारना शुरू किया और 30 अप्रैल की रात को आखिरकार भीतरी शहर के नागौरी गेट से पांव पसारते-पसारते कोराना वायरस कोराना हाउस तक पहुंच गया.
यहां कुल 3 लोग कोरोना से संक्रमित मिले हैं. लॉकडाउन के दौरान भी यहां आस पास के इलाके में चहल पहल थी. लेकिन गुरुवार रात के बाद से पूरा क्षेत्र सूना हो गया है. स्वास्थ्य विभाग की टीमों ने चहलकदमी बढ़ा दी है. हालांकि टीमें एक माह से लगातार इस क्षेत्र में काम कर रही थी. जिसके चलते ही यह तीन मामले सामने आए है.
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स्वास्थ्य विभाग की टीम का नया ठिकाना
टीम की डॉ. शारदा शर्मा बताती हैं कि करोना हाउस इलाके में तीन मामले सामने आए है. इन सभी में लक्षण नजर आने पर जांच करवाई गई थी. उन्होंने बताया कि हमारी टीम अभी भी लगातार मोहल्ले में स्क्रीनिंग कर रही है. स्वास्थ विभाग की टीम का ठीकाना अब कोरनेश्वर महादेव मंदिर बन गया है. क्योंकि पूरे क्षेत्र में इसके अलावा कोई जगह नहीं है, जहां यह बैठ सके.
जबकि पहले यहां मौहल्ले वासियों की बैठक हुआ करती करती थी. जोधपुर के रियासत काल के समय कोरोना ठाकुर ने यह हवेली एक बोराणा परिवार को दी थी, जो बाद में कोरोना हाउस नाम से प्रसिद्ध हो गई और पूरा इलाका ही और कोरोना कहलाने लगा.
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शुक्रवार को हुई 8वीं मौत
जोधपुर में शुक्रवार दोपहर तक कुल 528 पॉजिटिव मामले सामने आ चुके हैं. जबकि शुकवार दोपहर एमडीएम अस्पताल में भर्ती प्रतानगर थाना क्षेत्र निवासी सबीना की मौत हो गई. वह कोरोना संक्रमित होने के साथ-साथ एमडीआर टीबी से भी पीड़ित थी. शहर में अब तक कुल आठ मौतें हो चुकी है. इधर जोधपुर शहर के साथ-साथ कोरोना अब गांवों तक पहुंच गया है. जिले के पीपाड़ और लूणी में कोरोना संक्रमित मामले सामने आए है.