जोधपुर. शहर के मथुरादास माथुर अस्पताल की जनाना विंग में सोमवार को करीब डेढ़ महीने बाद किलकारी गूंजी. अस्पताल में जालोर जिला निवासी कोराना पीड़ित महिला ने सीजेरियन से स्वस्थ बालिका को जन्म दिया है.
बता दें कि जनाना विंग को अब पूरी तरह से कोरोना पीड़ित गर्भवतियों के प्रसव के लिए आरक्षित कर दिया गया है. 29 वर्षीय महिला की जालोर में कोरोना की जांच पॉजिटिव आई थी, इसके बाद वहां से उसे जोधपुर रेफर कर दिया गया था. उसके बाद महिला का जोधपुर में एक टेस्ट नेगेटिव आ गया है, लेकिन 2 बार नेगेटिव आने पर ही मरीज को ठीक माना जाता है. ऐसे में पहले रविवार को प्रसव की तैयारी की गई और सोमवार को सिजेरियन करना तय किया गया.
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जनाना विंग में डॉ. संतोष खोखर के साथ डॉ. अस्मिता, डॉ. वीनिता, डॉ. युवराज, डॉ. रामनिवास, स्टाफ-नर्स योगेंद्र पूरी, लोकेंद्र सिंह और मोनिका की टीम ने महिला का सिजेरियन प्रसव करवाया. इसके अलावा अस्पताल के रविंद्र गुप्ता, चंदनदान सहित अन्य वरिष्ठ नर्सिंग ऑफिसर ने व्यवस्थाओं में सहयोग दिया. प्रसव के दौरान सभी चिकित्साकर्मियों ने संक्रमण से बचने के उद्देश्य से पीपीई किट पहने और सभी तरह के प्रोटोकॉल का उपयोग कर सावधानी से प्रसव करवाया.
डॉ. संतोष खोखर ने बताया कि यह किसी कोविड पेशेंट का पहला प्रसव था, ऐसे में पूरी सावधानी बरती गई है. उन्होंने कहा कि नवजात और उसकी मां दोनों पूरी तरह से स्वस्थ हैं. गौरतलब है कि पूरे संभाग में सबसे बड़ा मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य केंद्र जोधपुर में ही है. ऐसे में पूरे संभाग से कोरोना पॉजिटिव गर्भवतियों को यहां भेजना शुरू कर दिया गया है. इसके लिए पूरी जनाना विंग को ही इसके लिए तैयार किया गया है, जिससे किसी तरह की परेशानी नहीं हो और संक्रमण नहीं फैले. साथ ही नवजात का भी कोरोना टेस्ट करवाया जाएगा.