जोधपुर. नगर निगम दक्षिण और उत्तर के चुनाव परिणाम आ चुके हैं. 10 नवंबर को होने वाले महापौर के चुनाव के लिए सभी प्रत्याशियों ने नामांकन भर दिया है. ऐसे में सभी विजेता पार्षदों को एक जगह रखना दोनों ही दलों के लिए चुनौती है. भाजपा ने जहां पहले ही अपने सभी पार्षदों को गुजरात के अंबाजी में प्रशिक्षण के नाम पर रखा हुआ है तो शुक्रवार को कांग्रेस ने भी इसी राह पर चलते हुए अपने सभी प्रत्याशियों कि बाड़ेबंदी जोधपुर से दूर करने का निर्णय लिया है.
कांग्रेस ने शुक्रवार दोपहर के बाद जोधपुर दक्षिण नगर निगम के पार्षदों को जैसलमेर के लिए रवाना किया. उनके साथ कांग्रेस नेता आनंद पुरोहित, पवन मेहता, हनुमान सिंह खांगटा को भेजा गया है. इसके बाद जोधपुर उत्तर नगर निगम के पार्षदों की बैठक विधायक मनीषा पवार व राजेंद्र सिंह सोलंकी ने ली और उन्हें उदयपुर के लिए रवाना कर दिया गया. जोधपुर उत्तर के कांग्रेसी पार्षद शुक्रवार रात को रणकपुर में ठहर सकते हैं.
भाजपा के नेता परिणाम से ठीक पहले अपने प्रत्याशियों को एकत्र कर गुजरात के अंबाजी ले गए थे, लेकिन नगर निगम चुनावों के नतीजे आने के बाद कांग्रेस ने अपने पार्षदों को भी जोधपुर के बाहर होटलों में शिफ्ट कर दिया है. कांग्रेस में महापौर को लेकर भी काफी रस्साकशी हुई. वैभव गहलोत और प्रभारी मंत्री महेंद्र चौधरी भी 2 दिन तक जोधपुर में ही डेरा डाले हुए थे. गुरुवार को बड़ी मशक्कत के बाद कुंती परिहार को जोधपुर उत्तर नगर निगम के लिए महापौर पद का प्रत्याशी चुना गया.
हालांकि, परिहार ने कांग्रेस कमेटी की तरफ से नाम जारी होने से पहले ही नामांकन कर दिया था. पूर्व जिला अध्यक्ष सईद अंसारी की पुत्री मेहराज अंसारी भी महापौर पद की रेस में थी. इस घटनाक्रम से नाराज होकर अंसारी पार्षदों की बैठक छोड़कर भी चले गए थे. अब कांग्रेस ने फूट के डर से सभी पार्षदों को बाड़ेबंदी में भेज दिया है, लेकिन कुछ पार्षद अभी भी जोधपुर में ही हैं. जिनसे पार्टी लगातार संपर्क में है. इधर भाजपा भी अपने दोनों महापौर प्रत्याशी वनिता सेठ व संगीता सोलंकी को अंबाजी ले गई है, जहां वे अगले 3 दिन तक पार्षदों के साथ रहेंगी.