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जोधपुर : भाजपा-कांग्रेस ने ऐन वक्त पर बदले महापौर प्रत्याशी...दांव से दिलचस्प हुई लड़ाई - जोधपुर में मेयर चुनाव

जोधपुर उत्तर और दक्षिण नगर निगम में महापौर पद के लिए गुरुवार को नामांकन भरे गए. कांग्रेस और भाजपा दोनों ने ही अंतिम समय में अपने प्रत्याशी बदल दिए. जिसके चलते जोधपुर दक्षिण में महापौर का चुनाव दिलचस्प हो गया है.

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जोधपुर में मेयर चुनाव
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Published : Nov 5, 2020, 5:58 PM IST

जोधपुर. नगर निगम उत्तर व दक्षिण में महापौर पद के लिए गुरुवार को नामांकन का काम पूरा हो गया. खास बात यह रही कि अंतिम समय पर भाजपा व कांग्रेस दोनों ने ही अपने महापौर के प्रत्याशियों का चेहरा बदल दिया. भारतीय जनता पार्टी ने जहां अपने प्रत्याशी की अधिकृत घोषणा करके चेहरा बताया तो कांग्रेस के प्रत्याशी ने बिना घोषणा के ही नामांकन दाखिल कर दिया.

जोधपुर में मेयर चुनाव

जिससे एक बार की फूट की आशंका हो गई, लेकिन कुछ देर बाद कांग्रेस ने अधिकृत नाम जारी कर दिया. हालांकि इसके बाद कांग्रेस में कहीं ना कहीं अल्पसंख्यक वर्ग में भारी नाराजगी की बात सामने आ रही है, क्योंकि 24 प्रत्याशी चुनाव जीतने के बावजूद मेहराज अंसारी को प्रत्याशी नहीं बनाया गया. उनकी जगह कुंती परिहार को कांग्रेस ने महापौर पद के लिए प्रत्याशी घोषित कर दिया. इसके चलते मेहराज अंसारी के पिता और पूर्व जिला अध्यक्ष सईद अंसारी बैठक छोड़कर भी निकल गए.

पढ़ें: बागी पार्षद कुसुम यादव को महापौर प्रत्याशी बनाने के पीछे दीया कुमारी का हाथ !

भाजपा ने वनिता सेठ को महापौर पद का प्रत्याशी बनाया. वनिता सेठ भाजपा में पहले कई पदों पर रह चुकी हैं और मोदी सरकार में कॉनकॉर की निदेशक भी बनाई गई थी. वनिता सेठ से पहले इंदिरा राजपुरोहित का नाम सबसे आगे था लेकिन बीकानेर में भाजपा की महापौर भी राजपुरोहित वर्ग से है, ऐसे में पार्टी ने उम्मीदवार बदला. अन्य किसी नाम पर सहमति नहीं बनी तो संघ के दखल से विनीता सेठ के नाम पर मुहर लग गई. क्योंकि इस नाम पर शेखावत व वसुंधरा गुट दोनों ही सहमत थे.

दूसरी ओर कांग्रेस में बुधवार रात से उठापटक चल रही थी. जेडीए के पूर्व अध्यक्ष राजेंद्र सिंह सोलंकी महाराज अंसारी के नाम पर सहमत नहीं हुए तो उनके समर्थक पार्षद भी उनके कहने पर आ गए. इसके चलते 12:00 बजे तक कांग्रेस में उठापटक की स्थिति बनी रही. अचानक 1 बजे कुंती परिहार अपने भाई के साथ नगर निगम उत्तर पहुंची और नामांकन दाखिल कर दिया. उनके साथ पार्टी के न तो कोई पदाधिकारी थे और ना ही कोई कार्यकर्ता. अंदाजा लगाया जा रहा था कि कांग्रेस में और भी कोई प्रत्यक्ष नामांकन के लिए आ सकता है. लेकिन करीब 1 घंटे बाद प्रभारी मंत्री महेंद्र चौधरी के निजी सचिव निर्वाचन अधिकारी के पास पहुंचे और पार्टी का सिंबल कुंती परिहार के नाम सौंप दिया.

पढ़ें: जयपुर नगर निगम हैरिटेज : कांग्रेस ने मुनेश कुमारी के नाम पर खेला दांव...खाचरियावास की हैं करीबी

कांग्रेस में नगर निगम दक्षिण में पूजा पारीक को नामांकन भरवाया. कांग्रेस को उम्मीद है कि ब्राह्मण चेहरा उतारने से भाजपा में क्रॉस वोटिंग हो सकती है, इसी तरह नगर निगम दक्षिण में एक निर्दलीय प्रत्याशी हेमलता परिहार ने भी निर्दलीयों के गुट से महापौर पद का नामांकन भरा है. चूंकि नगर निगम उत्तर में कांग्रेस बहुमत से कहीं आगे हैं इसके बावजूद भाजपा ने डॉ. संगीता सोलंकी को यहां महापौर का प्रत्याशी बनाया है. लेकिन कुंती परिहार का नाम आने से भाजपा को अब क्रॉस वोटिंग की उम्मीद नहीं रहेगी लेकिन कांग्रेस द्वारा नगर निगम दक्षिण में पूजा पारीक को मैदान में उतारने से अब सभी की निगाहें दक्षिण पर टिकी हैं, जहां क्रॉस वोटिंग की संभावनाएं ज्यादा हैं.

जोधपुर. नगर निगम उत्तर व दक्षिण में महापौर पद के लिए गुरुवार को नामांकन का काम पूरा हो गया. खास बात यह रही कि अंतिम समय पर भाजपा व कांग्रेस दोनों ने ही अपने महापौर के प्रत्याशियों का चेहरा बदल दिया. भारतीय जनता पार्टी ने जहां अपने प्रत्याशी की अधिकृत घोषणा करके चेहरा बताया तो कांग्रेस के प्रत्याशी ने बिना घोषणा के ही नामांकन दाखिल कर दिया.

जोधपुर में मेयर चुनाव

जिससे एक बार की फूट की आशंका हो गई, लेकिन कुछ देर बाद कांग्रेस ने अधिकृत नाम जारी कर दिया. हालांकि इसके बाद कांग्रेस में कहीं ना कहीं अल्पसंख्यक वर्ग में भारी नाराजगी की बात सामने आ रही है, क्योंकि 24 प्रत्याशी चुनाव जीतने के बावजूद मेहराज अंसारी को प्रत्याशी नहीं बनाया गया. उनकी जगह कुंती परिहार को कांग्रेस ने महापौर पद के लिए प्रत्याशी घोषित कर दिया. इसके चलते मेहराज अंसारी के पिता और पूर्व जिला अध्यक्ष सईद अंसारी बैठक छोड़कर भी निकल गए.

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भाजपा ने वनिता सेठ को महापौर पद का प्रत्याशी बनाया. वनिता सेठ भाजपा में पहले कई पदों पर रह चुकी हैं और मोदी सरकार में कॉनकॉर की निदेशक भी बनाई गई थी. वनिता सेठ से पहले इंदिरा राजपुरोहित का नाम सबसे आगे था लेकिन बीकानेर में भाजपा की महापौर भी राजपुरोहित वर्ग से है, ऐसे में पार्टी ने उम्मीदवार बदला. अन्य किसी नाम पर सहमति नहीं बनी तो संघ के दखल से विनीता सेठ के नाम पर मुहर लग गई. क्योंकि इस नाम पर शेखावत व वसुंधरा गुट दोनों ही सहमत थे.

दूसरी ओर कांग्रेस में बुधवार रात से उठापटक चल रही थी. जेडीए के पूर्व अध्यक्ष राजेंद्र सिंह सोलंकी महाराज अंसारी के नाम पर सहमत नहीं हुए तो उनके समर्थक पार्षद भी उनके कहने पर आ गए. इसके चलते 12:00 बजे तक कांग्रेस में उठापटक की स्थिति बनी रही. अचानक 1 बजे कुंती परिहार अपने भाई के साथ नगर निगम उत्तर पहुंची और नामांकन दाखिल कर दिया. उनके साथ पार्टी के न तो कोई पदाधिकारी थे और ना ही कोई कार्यकर्ता. अंदाजा लगाया जा रहा था कि कांग्रेस में और भी कोई प्रत्यक्ष नामांकन के लिए आ सकता है. लेकिन करीब 1 घंटे बाद प्रभारी मंत्री महेंद्र चौधरी के निजी सचिव निर्वाचन अधिकारी के पास पहुंचे और पार्टी का सिंबल कुंती परिहार के नाम सौंप दिया.

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कांग्रेस में नगर निगम दक्षिण में पूजा पारीक को नामांकन भरवाया. कांग्रेस को उम्मीद है कि ब्राह्मण चेहरा उतारने से भाजपा में क्रॉस वोटिंग हो सकती है, इसी तरह नगर निगम दक्षिण में एक निर्दलीय प्रत्याशी हेमलता परिहार ने भी निर्दलीयों के गुट से महापौर पद का नामांकन भरा है. चूंकि नगर निगम उत्तर में कांग्रेस बहुमत से कहीं आगे हैं इसके बावजूद भाजपा ने डॉ. संगीता सोलंकी को यहां महापौर का प्रत्याशी बनाया है. लेकिन कुंती परिहार का नाम आने से भाजपा को अब क्रॉस वोटिंग की उम्मीद नहीं रहेगी लेकिन कांग्रेस द्वारा नगर निगम दक्षिण में पूजा पारीक को मैदान में उतारने से अब सभी की निगाहें दक्षिण पर टिकी हैं, जहां क्रॉस वोटिंग की संभावनाएं ज्यादा हैं.

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