जोधपुर. शहर में बेकाबू होकर हर तरफ फैल चुके कोरोना वायरस संक्रमण के चलते जिला प्रशासन चिंतित है. प्रशासन का कहना है कि लोगों को यह दिमाग से निकाल लेना चाहिए कि कोरोना चला गया है. यह गया नहीं है, बल्कि तेजी से फैल रहा है. ऐसे में इन 2 दिनों में लोगों की आवाजाही रोकी गई है. ऐसे में उन्हें घर बैठ कर सोचना चाहिए कि हम अपनी दिनचर्या को कैसे बदल सकते हैं.
शनिवार को जोधपुर के घंटाघर से भीतरी शहर के करीब 2 किलोमीटर से ज्यादा के रूट पर मार्च करने निकले. इस दौरान जिला कलेक्टर इंद्रजीत सिंह ने कहा कि कोरोना गंभीर होता जा रहा है जो मरीज आ रहे हैं. वह भी क्रिटिकल कंडीशन में आ रहे हैं. ऐसे में मास्क लगाना और सोशल डिस्टेंसिंग की पालना करना बहुत जरूरी है. यह एक तरह से वैक्सीन का काम कर रहे हैं.
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पुलिस कमिश्नर जोस मोहन ने कहा कि 2 दिन के लिए सख्ती की गई है. क्योंकि, ऐसा देखा जा रहा है कि लोग मास्क लगाने की पालना नहीं कर रहे हैं. जबकि उन्हें करनी चाहिए, धारा 144 में लगी हुई है. लोगों को जागरूक करने के लिए हम आज मार्च निकाल रहे हैं. हमें इसको लेकर संगठनों का समर्थन भी मिला है. लेकिन अब जनता को समझना होगा.
उल्लेखनीय है कि जोधपुर शहर में जिस गति से कोरोना संक्रमण फैल रहा है, उसको लेकर जिला प्रशासन लगातार प्रयासरत है. हाल ही में जिला नो मास्क, नो एंट्री, नो मास्क नो सर्विस, अभियान भी चलाया है, जिससे लोग ज्यादा से ज्यादा मास्क लगाएं. साथ ही प्रशासन लोगों को एक बार फिर जागरूक करने के लिए सड़कों पर उतरा है. अगर लोगों ने फिर भी ध्यान नहीं दिया तो संभव है, जोधपुर में आने वाले दिनों में लंबा लॉकडाउन भी लगाया जा सकता है.