जोधपुर. सीएम अशोक गहलोत जोधपुर के दौरे पर हैं. गहलोत ने कार्यकर्ता सम्मेलन को संबोधित (CM Ashok Gehlot targeted BJP) करते हुए भाजपा पर जमकर हमले किए. उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि इनको जो जचता है, उसे अपना लेते हैं. ये कभी सरदार पटेल को अपना लेते हैं तो कभी गांधी को. उन्होंने कहा कि आज अंबेडकर को भी अपना लिया है. गहलोत ने आरोप लगाते हुए कहा कि हमेशा दलित विरोधी रहे हैं.
उन्होंने भाजपा पर आरोप लगाया कि ये हिंदू-मुसलमान कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि ये लोग मुसलमान को टिकट नहीं देते हैं. यूपी में नहीं दिया फिर भी चुनाव जीत गए. गहलोत ने सवाल खड़े करते हुए कहा कि हिंदू की बात पर कब तक राज करेंगे. उन्होंने कहा कि एक सर्वे में पता चला है कि अब ढलान पर हैं. लोगों को पता चल रहा है कि हमारे बच्चों को नौकरियां नहीं मिलेंगी तो भूखे मरेंगे.
लोग अपना घर कैसे छोड़ सकते हैंः सीएम अशोक गहलोत ने कांग्रेस के वर्तमान हालात पर कहा कि देश में कांग्रेस ही एक मात्र राष्ट्रीय पार्टी है. भाजपा का दक्षिण में बड़ा जनाधार नहीं है. उन्होंने कहा कि आज जो लोग कांग्रेस छोड़कर जा रहे हैं, मुझे समझ में नहीं आता है कि लोग अपना घर कैसे छोड़ सकते हैं?. घर में मजबूत रहते हैं तो मान सम्मान मिलता है. गहलोत ने कहा कि देश में महंगाई बड़ा मुद्दा बन गई है. हमने पहले रैली की तो सरकार बैकफुट पर आ गई थी, कुछ नहीं मिला तो उस दिन को राममंदिर से जोड़ दिया. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार के पास कोई विकल्प नहीं है. अब 4 सितंबर को फिर महंगाई के विरोध में बड़ी रैली हो रही है. इसमें ज्यादा से ज्यादा संख्या में कार्यकर्ताओं को वहां पहुंचना है.
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शहरी रोजागार योजना 9 सितंबर सेः गहलोत ने कार्यकर्ताओं से कहा कि हमें लोगों को जोड़ना है. इसके लिए योजनाओं का प्रचार करें और लोगों को उनसे जोड़ें उन्होंने कहा कि 9 सितंबर से प्रदेश में इंदिरा गांधी शहरी रोजगार योजना (urban employment scheme will start) भी शुरू करने जा रहे हैं. इसके लिए डेढ़ लाख आवेदन आ चुके हैं. इससे शहरी लोगों को भी फायदा होगा. गहलोत ने कहा कि पूरे देश में राजस्थान में ही यह योजना शुरू हो रही है.
सामने आई अंसारी की नाराजगी, प्रभारी मंत्री मना नहीं सकेः कार्यकर्ता सम्मेलन में पूर्व जिलाध्यक्ष सईद अंसारी भी मौजूद थे. लेकिन उनके नाम की कुर्सी मंच पर नहीं लगाई गई. सीएम के आने से पहले उनको बुलाने के लिए नाम भी पुकारा गया. लेकिन अग्रिम पंक्ति में उनके लिए जगह नहीं थी, इसलिए वे मंच पर नहीं आए. नए अध्यक्ष नरेश जोशी व सलीम खान ने इसको लेकर गंभीरता नहीं दिखाई. सीएम आ गए तो कार्यक्रम चालू हो गया. इस दौरान अचानक अंसारी मंच पर आए और एक कागज सीएम को देकर चले गए. जिसे देखकर सीएम गहलोत भी हतप्रभ रह गए. उन्होंने आस पास देखा तब अंसारी उतर गए. इस पर गहलोत ने सलीम खान से कहा उनकी जगह कहां है?. बाद में प्रभारी मंत्री डॉ सुभाष गर्ग को उन्हें लेने भेजा. मंत्री गर्ग ने जाकर मनाने की कोशिश की, लेकिन अंसारी नहीं माने. प्रभारी मंत्री खाली हाथ मंच पर लौटे. वर्तमान अध्यक्षों ने पूर्व अध्यक्ष का नाम भी अपने संबोधन में नहीं लिया. मुख्यमंत्री ने अपने भाषण में कहा कि सईद अंसारी ने बतौर अध्यक्ष लंबी पारी खेली है. अंसारी सबसे पीछे बैठे सुनते रहे. अंसारी करीब बीस साल जिलाध्यक्ष रहे थे. गत वर्ष ही शहर में उत्तर व दक्षिण के दो अध्यक्ष बनाए गए, जिसके बाद से अंसारी हाशिए पर चले गए.
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मुख्यमंत्री अशोक गहलोत अपने तीन दिवसीय दौरे के अंतिम दिन बुधवार को सर्किट हाउस में जनसुनवाई करेंगे. करीब दो घंटे तक वे जनता से मिलेंगे. साथ ही गणेश चतुर्थी के अवसर पर रातानाडा गणेशमंदिर भी जाने की संभावना है. दोपहर में उनका जयपुर जाने का कार्यक्रम है.