जोधपुर. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के भाई अग्रसेन गहलोत के मंडोर स्थित गहलोत के फार्म हाउस पर 12 घंटे तक सीबीआई की टीम ने सर्च कार्रवाई की. इस दौरान टीम की ओऱ से कई दस्तावेज भी जुटाए गए हैं. सीबीआई की टीम फार्म हाउस (CBI raid at Ashok Gehlot brother Agrasen Gehlot farm house) पर शुक्रवार सुबह नौ बजे पहुंची थी. इस सर्च कार्रवाई से पहले सीबीआई ने अग्रसेन गहलोत को एक नोटिस दिया था जिसका वे जवाब भी दे चुके हैं. 12 घंटे की सर्च कार्रवाई के बाद टीम महामंदिर स्थित उनके पैतृक निवास के लिए रवाना हुई. हालांकि इस दौरान सीबीआई की टीम को कांग्रेसियों के गतिरोध का भी सामना करना पड़ा. पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को हटाकर टीम को रवाना किया. टीम के साथ अग्रसेन गहलोत के पुत्र और पुत्री भी पैतृक निवास के लिए रवाना हुए.
इधर, सीबीआई ने एक विज्ञप्ति जारी कर बताया कि फर्टिलाइजर स्कैम में सरकार को हुए 52.8 करोड़ के नुकसान को लेकर 15 लोगों के खिलाफ ताजा मामला दर्ज किया है. इसमे अग्रेसन गहलोत के साथ फलोदी के एक नमक व्यापारी का भी नाम शामिल है. इसको लेकर सीबीआई ने 52.8 करोड़ रुपये के कथित नुकसान के लिए निजी कंपनियों और उसके निदेशक, प्रमोटरों आदि सहित 15 आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर तीन राज्यों में लगभग 15 स्थानों पर आज सर्च कार्रवाई की है.
सीबीआई ने प्राथमिकी दर्ज करने से पहले मामले की प्रारंभिक जांच की थी. इस दौरान यह पता चला था कि म्यूरेट ऑफ पोटाश (एमओपी) जो कि प्रतिबंधित वस्तु है, उसका निर्यात केवल सरकार की पूर्व अनुमति से किया जा सकता है. जबकि मेसर्स इंडियन पोटाश लिमिटेड (आईपीएल) की ओर से निर्मित एमओपी जो किसानों को अपने अधिकृत डीलरों के माध्यम से रियायती दरों पर मिलनी थी उसे निर्यात कर दिया गया. इस लेन-देन को कवर करने के लिए राजस्थान और कोलकाता में डीलरों के माध्यम से फेल्डस्पार पाउडर और औद्योगिक नमक की फर्जी खरीद को कथित तौर पर दिखाया गया था. इसके लिए 2007 से 2009 की अवधि के दौरान सेंट्रल बोर्ड ऑफ एक्साइज एंड कस्टम्स एंड मेसर्स इंडियन पोटाश लिमिटेड आदि के अधिकारियों सहित अन्य लोगों के साथ एक साजिश रची गई थी. धोखाधड़ी से कुल 24,003 मीट्रिक टन म्यूरेट की खरीद और निर्यात करने में कंपनी के अधिकारियों ने मदद की थी जिससे सरकार को 52.8 करोड़ की सब्सिडी का नुकसान हुआ.
गहलोत के CA बोले- हम ईडी को सब बता चुके, सीबीआई की एंट्री पॉलिटिकल भी हो सकती है
अग्रसेन गहलोत के चार्टर्ड अकाउंटेंट महेश गहलोत ने बताया कि यह मामला कितना पुराना है इसकी जांच कई एजेंसी कर चुकी हैं. हमने सबको कोऑपरेट किया है और कोर्ट से स्टे भी चल रहा है लेकिन अब सीबीआई की एंट्री समझ से परे है. यह पॉलिटिकल भी हो सकता है. सामान्यतय: सीबीआई आईपीसी से जुड़े मामलों में ही आती है लेकिन अब उन्होंने किस तरह का मामला दर्ज किया है यह तो देखने पर ही पता चलेगा लेकिन कह सकते हैं कि हमारा किसी एक्सपोर्टर से संबंध नहीं है. हमने कोई गलत काम नहीं किया और इसके पूरे कागजात हम दे चुके हैं.
इसलिए हैं गहलोत निशाने पर
अग्रसेन गहलोत इंडियन पोटाश लिमिटेड के जोधपुर संभाग के सीएंडएफ थे. उस समय वह पूरे संभाग के डीलरों को खाद देते थे. उन डीलरों में से ही एक ने करीब 18 टन खाद को आगे बेच दिया था, जबकि वह किसानों को देनी थी. इसके चलते अग्रसेन गहलोत और उनकी एजेंसी निशाने पर है. 2017 में डीआरआई ने मामले में कुछ लोगों के विरुद्ध कार्रवाी की थी जिसके बाद अग्रसेन गहलोत ने कोर्ट से स्टे ले लिया था. उसके बाद 2020 में ईडी की एंट्री हुई थी. उसमे भी हाईकोर्ट से स्टे ले लिया गया था, लेकिन अब सीबीआई ने नया मामला दर्ज कर एंट्री की है.
आरोपियों के नाम
1- मैसर्स सराफ इम्पेक्स प्रा लिमिटेड, कोलकाता निदेशक
2- प्रवीण सराफ, मैसर्स सराफ इम्पेक्स प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक
3- दिनेश चंद्र अग्रवाल, मैसर्स शिवम केमिकल्स
4- कैलाशपुरी गोस्वामी, मैसर्स कैलाशपति केमिकल्स एंड मिनरल्स इंडस्ट्रीज
5- शांतिलाल माली, मेसर्स संदीप सप्लायर्स के प्रोपराइटर और मेसर्स रामदेव केमिकल्स सप्लायर्स एंड कॉन्ट्रैक्टर्स.
6- सुमेरपुरी गोस्वामी, मेसर्स कृष्णा एग्रो एजेंसी के मालिक
7- विजय सिंह गोहिल, मैसर्स जय भवानी रोडलाइन्स ट्रांसपोर्ट पार्टनर
8- बृजेश जयराम नाथ, मैसर्स स्वास्तिक शिपिंग सर्विसेज
9- अशोक बाबूलाल अग्रवाल, मैसर्स कुमार एंड ब्रदर्स धौलपुर
10- अग्रसेन गहलोत, मैसर्स अनुपम कृषि, जोधपुर
11- अमृतलाल बंदी, मैसर्स लक्ष्मी इंटरप्राइजेज , मेसर्स लक्ष्मी ट्रेडिंग कंपनी के मालिक
12- शरदभाई मोरारजीभाई कक्कड़, मेसर्स शरद एग्रो सेंटर, दीसा
13- नितिन कुमार शाह, मैसर्स कुसुम ट्रेडर्स के पार्टनर, वडोदरा
14- दीनदयाल बोहरा, मैसर्स अशोक नमक रिफाइनरी इंडस्ट्रीज, फलोदी (राजस्थान)
15- सुमित शर्मा, मैसर्स क्लासिक सेल्स एजेंसी, कोलकाता
अंदर सीबीआई की जांच, बाहर हनुमान चालीसा पढ़ रही यूथ कांग्रेस
जोधपुर में शुक्रवार को सीबीआई की अग्रसेन गहलोत के फार्म हाउस पर हुई छापेमारी को लेकर युवक कांग्रेस ने विरोध शुरू कर दिया. वे लगातार केंद्र सरकार और पीएम के विरुद्ध नारेबाजी कर रहे हैं. शाम होते-होते उन्होंने विरोध प्रदर्शन के दौरान अग्रसेन गहलोत के फार्म हाउस के बाहर हनुमान चालीसा का पाठ कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सद्बुद्धि देने की बात कही. यूथ कांग्रेस के रामनिवास बुध नगर में बताया कि हम एक वानर सेना हैं जो मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के संकट के समय आते हैं. आज केंद्र सरकार हठधर्मिता करते हुए जो कर रही है वह सही नहीं है.