जोधपुर. कोरोना से ठीक होने के बाद आसाराम को जोधपुर जेल में शिफ्ट किया गया था. लेकिन पिछले दो दिनों से आसाराम की तबीयत खराब है. जोधपुर एम्स में जहां आसाराम के शरीर में ऑक्सीजन का सेचुरेशन 96 था अब 92 पर आ गया है. आसाराम को जेल की डिस्पेंसरी में ही ऑक्सीजन दी जा रही है. इसके अलावा उसे लगातार अन्य पोस्ट कोविड कॉम्प्लिकेशन भी हो रहे हैं.
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जोधपुर जेल प्रबंधन ने रविवार को भी आयुर्वेद विश्वविद्यालय के डॉ. अरुण त्यागी को जेल बुलाया. डॉक्टर त्यागी ने आसाराम की जांच की और आयुर्वेद का ट्रीटमेंट भी दिया. डॉ. त्यागी के मुताबिक आसाराम के पेट में जो रक्त स्त्राव हो रहा था उसमें कमी आई है. जिससे वापस हीमोग्लोबिन का स्तर भी सुधर रहा है. लेकिन सेचुरेशन कम होने से दूसरी परेशानियां बढ़ गई हैं, कमजोरी ज्यादा होने से भी वह परेशान है.
आसाराम ने भी जेल के डॉक्टर से कहा है कि वह आयुर्वेद में ही इलाज करवाना चाहता है. जिसके चलते वह अब जोधपुर एम्स में नहीं जाना चाहता. आसाराम को लेकर राजस्थान हाईकोर्ट ने जो निर्देश दिए थे, उसके अनुसार उसके लिए क्या बेहतर रहेगा इसका जिम्मा जिला प्रशासन और जेल प्रशासन को दिया गया है. अब दोनों मिलकर तय करेंगे कि आसाराम का कहां उपचार करवाया जाये.
ऐसे में आसाराम के वकील और समर्थक इस प्रयास में जुट गए हैं कि आसाराम को आयुर्वेद विश्वविद्यालय में भर्ती करवाया जाये. जहां उसे उपचार मिल सके. जेल में वापस आने के बाद से लगातार डॉक्टर अरुण त्यागी आसाराम का चेकअप करने जेल आ रहे हैं. उल्लेखनीय है कि 5 मई को आसाराम की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी. जिसके बाद उसे एम्स में भर्ती करवाया गया. 17 दिन बाद उसे वापस एम्स से जोधपुर जेल भेज दिया गया. इसी बीच राजस्थान हाईकोर्ट ने भी आसाराम की जमानत याचिका को खारिज कर दिया.