जोधपुर. जिले के बिलाड़ा क्षेत्र के ओलवी गांव में 3 दिन पहले विवाहिता की जहर खाने से मौत के मामले में परिजनों ने अब तक शव नहीं उठाया है. एमडीएम अस्पताल की मोर्चरी के बाहर परिजन धरना देकर बैठे हैं. उनका आरोप है कि विवाहिता को जबरन जहर खिलाकर मारा गया है. परिजन ससुराल पक्ष के लोगों पर जहर देकर मारने का आरोप लगा रहे हैं. जब तक पुलिस उन्हें गिरफ्तार नहीं करती शव नहीं उठाएंगे.
परिजनों का आरोप है कि जो थाना अधिकारी इस प्रकरण की जांच कर रहे हैं, वह ठीक से अपना कार्य नहीं कर रहे हैं. ऐसे में जांच भी दूसरे को सौंपी जाए. मृतका के मामा हुकमाराम ने बताया कि उसकी भांजी संजू का विवाह 2013 में ओलवी निवासी शंकरलाल के पुत्र राजेन्द्र से हुआ था. विवाह के कुछ समय बाद ससुराल पक्ष के लोगों ने दहेज मांगने को लेकर उसके साथ मारपीट करनी शुरू कर दी. यह क्रम लगातार चलता रहा 2019 में वह पीहर आ गई. उसके बाद 2020 में शंकरलाल समाज के लोगों के साथ आया और माफी मांगी. इसके बाद वापस संजू को ससुराल लेकर गया और कहा कि उसके साथ अच्छा व्यवहार करेगा.
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लेकिन कुछ समय बाद वापस उसके साथ मारपीट शुरू हो गई. गुरुवार को उसे जबरन जहर खिला दिया गया. परिजनों की मांग है कि पुलिस हत्यारों को गिरफ्तार करे और जो स्त्री धन दहेज का सामान आभूषण दिया है वो वापस दिलाया जाए. इसके अलावा बिलाड़ा थानाधिकारी से जांच हटाई जाए. नहीं तो धरना जारी रहेगा.
गौरतलब है कि गुरुवार को पुलिस को सूचना दे दी थी कि संजू ने जहर खाकर आत्महत्या करने का प्रयास किया है. जिसपर उसे जोधपुर में निजी अस्पताल लाया गया जहां उसकी मृत्यु हो गई. उसके बाद से उसका शव एमडीएम अस्पताल की मोर्चरी में रखा हुआ है. बड़ी संख्या में परिजन मोर्चरी के बाहर जमा हैं और ससुराल पक्ष पर कार्रवाई की मांग कर रहे हैं