जोधपुर. लद्दाख की गलवान घाटी में बुधवार को चीन द्वारा भारतीय सैनिकों के साथ की गई बर्बरता को लेकर लोगों का गुस्सा फूट पड़ा है. देश के कोने-कोने में चीन के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किए जा रहे हैं. इसी कड़ी में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने भी भारतीय सेना के 20 जवानों के गलवान घाटी में शहीद होने के बाद शुक्रवार को जयनारायण व्यास विश्वविद्यालय के केंद्रीय कार्यालय के पास शहीद स्मारक पर चीन के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया. इस दौरान उन्होंने चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग का पुतला फूंक अपने गुस्से का इजहार किया.
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के जिला महामंत्री प्राण जोशी ने बताया कि, हाल ही में चीन ने भारत के साथ धोखाधड़ी कर कायराना हरकत की है. चीन को ये पता नहीं है कि, ये भारत पुराना भारत नहीं है ये उभरता हुआ भारत है. आज का भारत अपनी अपनी रक्षा भी करना जानता है और दुश्मनों को घर में घुसकर मारना भी जानता है. चीन की इस कायराना हरकत की अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद घोर निंदा करता है. जिसके चलते शुक्रवार को अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने चीन के राष्ट्रपति का पुतला दहन कर अपना विरोध जाहिर किया है.
बता दें कि, भारत-चीन सीमा पर जमीन को लेकर दोनों देशों के बीच विवाद चल रहा है. जिसके कारण चीन आए दिन नियमों का उल्लंघन कर भारतीय सेना पर हावी होने की कोशिश करता रहता है. धोखा देना चीन की पुरानी फितरत है. 1962 में भी चीन ने धोखे से आक्रमण कर हमारी जमीन हड़प ली थी. इस सीमा विवाद को लेकर एक तरफ जहां दोनों देशों के अधिकारियों के बीच वार्ता का दौर जारी है. वहीं, दूसरी तरफ चीनी सैनिकों ने बुधवार को धोखे से भारतीय सैनिकों की लोहे के रॉड और पत्थरों से हमला कर दिया था. जिसमें हमारे 20 जवान शहीद हो गए थे.