जोधपुर. शहर के एम्स में कार्यरत एक चिकित्सा कर्मी विष्णु की गुरुवार रात को कोरोना से मौत हो गई. वहीं, मरने वाला चिकित्सा कर्मी एम्स में कोविड सेवाओं के तहत वार्ड बॉय के रूप में तैनात था. बता दें कि गत दिनों वो खुद कोरोना संक्रमित हो गया था. उसे घर पर ही आइसोलेशन में रखा गया था. जहां गुरुवार रात को उसकी मौत हो गई.
शुक्रवार को उसके परिजन एम्स अस्पताल पहुंचे उनकी भी जांच की गई. साथ ही उन्होंने अस्पताल अधीक्षक से मिलकर विष्णु जिसकी मृत्यु हुई है. उसके लिए आर्थिक मुआवजा की मांग की. इसपर अस्पताल प्रबंधन ने संतोषजनक जवाब नहीं दिया. जिसके बाद परिजनों ने राज्य सरकार से भी मुख्यमंत्री सहायता कोष से ऑन ड्यूटी कोरोना संक्रमण से मृत्यु होने पर दी जाने वाली सहायता राशि देने की मांग की है.
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इसके अलावा एम्स के अन्य पैरामेडिकल स्टाफ जो कांटेक्ट पर कार्यरत है. इस घटना के बाद से नाराज है. उनका कहना कि अगर ऐसे हालात में किसी की मृत्यु हो जाती है तो उसको लेकर एम्स की ओर से क्या मिलेगा. उल्लेखनीय है कि केंद्र सरकार ने कोविड-19 करते समय मृत्यु होने वाले कर्मचारियों के लिए एक मुआवजा राशि तय की है. लेकिन वह राशि किस स्तर पर मिलेगी.
उसको लेकर कई तरह की बाध्यता लागू की गई है. जबकि दूसरी ओर राजस्थान सरकार ने भी ऐसे मामलों में 50 लाख का मुआवजा देने की घोषणा की है. जिसमे सभी वर्गों को शामिल किया गया है.