जोधपुर. राजस्थान हाईकोर्ट मुख्य पीठ में न्यायाधीश के निजी सचिव के कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद सभी न्यायाधीशों और कर्मचारियों के भी सैंपल लिए गए थे. जिनमें से 9 कर्मचारी कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं. जिसके बाद पूरे कोर्ट परिसर में दहशत का माहौल है.
सोमवार को सीजे इन्द्रजीत मोहंती की अध्यक्षता में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बैठक ली जाएगी, इसके बाद ही यह तय होगा कि राजस्थान हाईकोर्ट मुख्यपीठ में न्यायिक कार्य कैसे होगा. कोरोना का भय इतना व्याप्त हो गया कि शनिवार को होने वाली राष्ट्रीय लोक अदालत को भी निरस्त कर दिया गया है. अब राष्ट्रीय लोक अदालत आगामी आठ अगस्त को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए आयोजित होगी.
कोरोना ने न्यायिक क्षेत्र को भी अपनी चपेट में ले लिया है. जिससे अब ना केवल न्यायाधीशो में, बल्कि कर्मचारियों और अधिवक्ताओं में भी कोरोना का भय देखा जा रहा है. कोरोना काल में भी न्यायिक कार्य को सुचारू रखने का प्रयास किया गया था, लेकिन अब एक साथ 9 कर्मचारियों के पॉजिटिव आने के बाद स्थिति और भी भयावह हो गई है.
पढे़ं: राजस्थान में बीते 24 घंटों में 611 नए पॉजिटिव केस, 6 की मौत, आंकड़ा 23,174
जानकारी के मुताबिक हाईकोर्ट के कुछ न्यायाधीशों को भी होम क्वॉरेंटाइन किया गया है. हाईकोर्ट प्रशासन के साथ जिला प्रशासन और चिकित्सा विभाग भी अब चिंता में पड़ गया है कि आखिर कोरोना के कहर को कैसे रोका जाए?
वहीं जोधपुर शहर में पिछले चार पांच दिन से अचानक ही कोरोना के मरीजों की संख्या में बढोत्तरी हो रही है. जिले में अब तक कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या 3582 हो चुकी है. वहीं 65 लोगों की मौत हो चुकी है.
बता दें कि राजस्थान हाईकोर्ट की जोधपुर स्थित मुख्य पीठ में गुरुवार को एक न्यायाधीश का निजी सचिव कोरोना संक्रमित पाया गया था. आनन-फानन में हाईकोर्ट का कार्य स्थगित कर दिया गया था. साथ ही सभी वकील को कोर्ट परिसर के मुख्य द्वार बंद कर दिया गया था.