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जोधपुर : माइक्रो कंटेनमेंट जोन बनाकर कोरोना को काबू करने की तैयारी - जोधपुर में कोरोना से मौत

जोधपुर में कोरोना संक्रमण को काबू में करने के लिए केंद्र सरकार की गाइडलाइन के मुताबिक प्रशासन ने संक्रमण से प्रभावित क्षेत्रों को चिहिृत करने का काम शुरू कर दिया है. इसके तहत जोधपुर में अब तक 32 जगह प्रशासन ने चुनी हैं. जहां संक्रमण के मामले ज्यादा सामने आ रहे हैं. इन जगहों को माइक्रो कंटेनमेंट जोन बनाया जा रहा है.

micro containment zone,  jodhpur news
जोधपुर में माइ्क्रो कंटेनमेंट जोन
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Published : Dec 4, 2020, 7:42 PM IST

Updated : Dec 25, 2020, 10:02 AM IST

जोधपुर. शहर में कोरोना संक्रमण को काबू में करने के लिए केंद्र सरकार की गाइडलाइन के मुताबिक प्रशासन ने संक्रमण से प्रभावित क्षेत्रों को चिहिृत करने का काम शुरू कर दिया है. इसके तहत जोधपुर में अब तक 32 जगह प्रशासन ने चुनी हैं. जहां संक्रमण के मामले ज्यादा सामने आ रहे हैं. इन जगहों को माइक्रो कंटेनमेंट जोन बनाया जा रहा है.

जोधपुर में माइ्क्रो कंटेनमेंट जोन

अब पूरे क्षेत्र को सील करने के बजाय घर, गली, मोहल्लों को सील किया जाएगा, क्योंकि सीमित क्षेत्र में सख्ती कर ज्यादा प्रभावी रूप से संक्रमण रोका जा सकता है. इससे मॉनिटरिंग भी पुख्ता होगी. इस सबके पीछे वजह यह मानी जा रही है कि बीते कुछ दिनों से संक्रमण के नए मामलों में तो कमी आई है, लेकिन मौतों की संख्या बढ़ रही है. एमडीएम अस्पताल के अधीक्षक डॉ. एमके आसेरी का कहना है कि इन दिनों कोरोना ओपीडी में मरीजों की संख्या कमी हुई है. लेकिन जो मरीज भर्ती हो रहे हैं वे गंभीर अवस्था में आ रहे हैं. जिनका सेचुरेशन सामान्य से कम होता है, जिन्हें बचाना चुनौती बन गया है.

पढ़ें: 'भीलवाड़ा मॉडल' को जोधपुर और जयपुर में लागू नहीं कर पाए गहलोत, उसे देश को देने की कर रहे पैरवी : देवनानी

वरिष्ठ फिजीशियन डॉ. अभिषेक तातेड़ ने बताया कि वायरस की सीवियरटी अब कुछ ज्यादा नजर आ रही है. जिसकी वजह से मोर्टलिटी बढ़ रही है. नई कंटेनमेंट व्यवस्था पर जिला कलेक्टर इंद्रजीत सिंह के अनुसार लोगों को कम से कम परेशानी हो इसका विशेष ध्यान रखा जाएगा. लेकिन साथ में संक्रमण नियंत्रण करना भी हमारी प्राथमिकता में है. इसके लिए माइक्रो कंटेनमेंट जोन बना कर क्षेत्रवार शहर में कोरोना पर काबू पाया जाएगा.

जिन क्षेत्रों को चिहिृत किया जा रहा है. उनमें डोर टू डोर सर्वे, टेस्टिंग व ट्रीटमेंट पर फोकस किया जा रहा है. इसके लिए सभी इंसीडेंट कमांडर्स को निर्देशित किया गया है. प्रतिदिन होने वाली मीटिंग में नए जोन पर चर्चा कर इसे आगे बढ़ाया जा रहा है. शहर के साथ-साथ जिला प्रशासन ने ग्रामीण क्षेत्रों में भी इसे लागू कर दिया है. गुरुवार को ही शेरगढ़ कस्बे के एक क्षेत्र को कंटेनमेंट जोन बनाया गया है.

लगातार बढ़ रही हैं मौतें...

दिसम्बर में कोरोना संक्रमण में कमी आई है. 3 दिनों में 852 नए मरीज सामने आए हैं तो 1293 डिस्चार्ज हुए हैं. लेकिन 3 दिन में 20 मरीजों की मौत हुई है. नवम्बर में प्रतिदिन औसतन 7 मरीजों की मौत हो रही थी. नवंबर में कुल 214 लोगों की मौत हुई थी. अब तक जोधपुर में 55687 कोरोना के मामले सामने आए हैं जिनमें से 46124 डिस्चार्ज हो चुके हैं और 770 की मौत हुई है.

शादियों की सीजन में बढ़ेंगे मरीज...

डॉक्टरों को इस बात का अंदेशा है कि 12 दिसंबर को सावों का सीजन समाप्त हो जाएगा, जिसके बाद कोरोना मरीजों की संख्या में तेजी से इजाफा हो सकता है. विवाह समारोह में भाग लेने वाले युवा सुपर स्प्रेडर बनकर बुजुर्गों के लिए परेशानी का सबब बन सकते हैं.

क्षेत्रवार मृत्यु भी बनेगी कंटेनमेंट जोन का आधार...

कलेक्टर इंद्रजीत सिंह का कहना है कि कोरेाना के एक्टिव मामलों के साथ-साथ जिन इलाकों में ज्यादा मृत्यु हो रही है, उन पर भी नजर रखी जा रही है. माइक्रो कंटेनमेंट जोन बनाने में यह आंकडें भी काम में लिए जा रहे हैं.

नगर निगम दक्षिण में बेकाबू कोरोना...

जोधपुर में जिस गति से कोरोना पांव पसार रहा है, उसमें सर्वाधिक रोगी नगर निगम दक्षिण में आ रहे हैं. शुक्रवार सुबह तक नगर निगम दक्षिण में 2029 एक्टिव मामले हैं, जबकि नगर निगम उत्तर में 1565 एक्टिव कोरोना के मरीज हैं.

जोधपुर. शहर में कोरोना संक्रमण को काबू में करने के लिए केंद्र सरकार की गाइडलाइन के मुताबिक प्रशासन ने संक्रमण से प्रभावित क्षेत्रों को चिहिृत करने का काम शुरू कर दिया है. इसके तहत जोधपुर में अब तक 32 जगह प्रशासन ने चुनी हैं. जहां संक्रमण के मामले ज्यादा सामने आ रहे हैं. इन जगहों को माइक्रो कंटेनमेंट जोन बनाया जा रहा है.

जोधपुर में माइ्क्रो कंटेनमेंट जोन

अब पूरे क्षेत्र को सील करने के बजाय घर, गली, मोहल्लों को सील किया जाएगा, क्योंकि सीमित क्षेत्र में सख्ती कर ज्यादा प्रभावी रूप से संक्रमण रोका जा सकता है. इससे मॉनिटरिंग भी पुख्ता होगी. इस सबके पीछे वजह यह मानी जा रही है कि बीते कुछ दिनों से संक्रमण के नए मामलों में तो कमी आई है, लेकिन मौतों की संख्या बढ़ रही है. एमडीएम अस्पताल के अधीक्षक डॉ. एमके आसेरी का कहना है कि इन दिनों कोरोना ओपीडी में मरीजों की संख्या कमी हुई है. लेकिन जो मरीज भर्ती हो रहे हैं वे गंभीर अवस्था में आ रहे हैं. जिनका सेचुरेशन सामान्य से कम होता है, जिन्हें बचाना चुनौती बन गया है.

पढ़ें: 'भीलवाड़ा मॉडल' को जोधपुर और जयपुर में लागू नहीं कर पाए गहलोत, उसे देश को देने की कर रहे पैरवी : देवनानी

वरिष्ठ फिजीशियन डॉ. अभिषेक तातेड़ ने बताया कि वायरस की सीवियरटी अब कुछ ज्यादा नजर आ रही है. जिसकी वजह से मोर्टलिटी बढ़ रही है. नई कंटेनमेंट व्यवस्था पर जिला कलेक्टर इंद्रजीत सिंह के अनुसार लोगों को कम से कम परेशानी हो इसका विशेष ध्यान रखा जाएगा. लेकिन साथ में संक्रमण नियंत्रण करना भी हमारी प्राथमिकता में है. इसके लिए माइक्रो कंटेनमेंट जोन बना कर क्षेत्रवार शहर में कोरोना पर काबू पाया जाएगा.

जिन क्षेत्रों को चिहिृत किया जा रहा है. उनमें डोर टू डोर सर्वे, टेस्टिंग व ट्रीटमेंट पर फोकस किया जा रहा है. इसके लिए सभी इंसीडेंट कमांडर्स को निर्देशित किया गया है. प्रतिदिन होने वाली मीटिंग में नए जोन पर चर्चा कर इसे आगे बढ़ाया जा रहा है. शहर के साथ-साथ जिला प्रशासन ने ग्रामीण क्षेत्रों में भी इसे लागू कर दिया है. गुरुवार को ही शेरगढ़ कस्बे के एक क्षेत्र को कंटेनमेंट जोन बनाया गया है.

लगातार बढ़ रही हैं मौतें...

दिसम्बर में कोरोना संक्रमण में कमी आई है. 3 दिनों में 852 नए मरीज सामने आए हैं तो 1293 डिस्चार्ज हुए हैं. लेकिन 3 दिन में 20 मरीजों की मौत हुई है. नवम्बर में प्रतिदिन औसतन 7 मरीजों की मौत हो रही थी. नवंबर में कुल 214 लोगों की मौत हुई थी. अब तक जोधपुर में 55687 कोरोना के मामले सामने आए हैं जिनमें से 46124 डिस्चार्ज हो चुके हैं और 770 की मौत हुई है.

शादियों की सीजन में बढ़ेंगे मरीज...

डॉक्टरों को इस बात का अंदेशा है कि 12 दिसंबर को सावों का सीजन समाप्त हो जाएगा, जिसके बाद कोरोना मरीजों की संख्या में तेजी से इजाफा हो सकता है. विवाह समारोह में भाग लेने वाले युवा सुपर स्प्रेडर बनकर बुजुर्गों के लिए परेशानी का सबब बन सकते हैं.

क्षेत्रवार मृत्यु भी बनेगी कंटेनमेंट जोन का आधार...

कलेक्टर इंद्रजीत सिंह का कहना है कि कोरेाना के एक्टिव मामलों के साथ-साथ जिन इलाकों में ज्यादा मृत्यु हो रही है, उन पर भी नजर रखी जा रही है. माइक्रो कंटेनमेंट जोन बनाने में यह आंकडें भी काम में लिए जा रहे हैं.

नगर निगम दक्षिण में बेकाबू कोरोना...

जोधपुर में जिस गति से कोरोना पांव पसार रहा है, उसमें सर्वाधिक रोगी नगर निगम दक्षिण में आ रहे हैं. शुक्रवार सुबह तक नगर निगम दक्षिण में 2029 एक्टिव मामले हैं, जबकि नगर निगम उत्तर में 1565 एक्टिव कोरोना के मरीज हैं.

Last Updated : Dec 25, 2020, 10:02 AM IST
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