जोधपुर. राजस्थान स्कूल शिक्षा परिषद द्वारा जिला परियोजना समन्वयक समग्र शिक्षा और संयुक्त निदेशक स्कूल शिक्षा जोधपुर के निर्देशन में जोधपुर जिले के 17 ब्लॉक के दिव्यांग बालक-बालिकाओं के लिए आयोजित दो दिवसीय शिविर का शनिवार को समापन हुआ. इस शिविर के तहत दिव्यांग बालक बालिकाओं की मेडिकल जांच की गई और उन्हें छात्रवृत्ति दिलवाने सहित शिक्षा को लेकर उनके लिए ज्यादा से ज्यादा सुविधाएं उपलब्ध हो उस बारे में संबंधित विद्यालयों को भी सूचना दी गई.
समग्र शिक्षा कार्यालय राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय सरदारपुरा में शिविर का समापन हुआ. सिविल में शिक्षा विभाग के संयुक्त निदेशक प्रेमचंद सांखला और अन्य गणमान्य लोग मौजूद रहे. कार्यक्रम अधिकारी लक्ष्मण सिंह गहलोत ने बताया कि इस शिविर के माध्यम से जोधपुर जिले के सभी दिव्यांग बालक बालिकाओं को ज्यादा से ज्यादा सुविधाएं मिले, इसके बारे में सभी सूचनाओं को एकत्रित किया गया है. साथ ही शिविर में दिव्यांग बालक बालिकाओं की अलग-अलग कैटेगरी के अनुसार पंजीकरण कर उन्हें चयनित किया गया है और एक निजी कंपनी द्वारा भी इस शिविर में दिव्यांग बालक बालिकाओं को विशेष अंगों की अनुपस्थिति के अनुसार उनके अंगों का नाम लेकर उनके अंगों का निर्माण निजी संस्थान द्वारा बनाया जाएगा.
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साथ ही इस कार्यक्रम में रोडवेज के अधिकारी द्वारा चयनित विद्यार्थियों का पंजीकरण कर उनके निशुल्क रोडवेज पास भी बनाए गए हैं. साथी शिविर में समाज कल्याण विभाग के अधिकारियों द्वारा विशेष बालकों का छात्रवृत्ति फॉर्म भी भरे गए हैं और उन्हें जल्द से जल्द छात्रवृत्ति भी दिलवाने का प्रयास किया जाएगा. शिविर में आए अधिकारियों ने बताया कि अब तक जोधपुर सहित अलग-अलग स्थानों से लगभग डेढ़ सौ से अधिक दिव्यांग बालक बालिकाओं का पंजीयन किया जा चुका है और उन्हें पंजीकरण के अनुसार सुविधाएं भी उपलब्ध करवाई जाएगी.