जोधपुर. देश डिजिटलाइज हो रहे है लेकिन ऑनलाइन पर उपलब्ध हर जानकारी सही नहीं होती है. जोधपुर में बीते दो से तीन दिनों में एक के बाद एक ऐसे मामले सामने आए हैं जिसमें लोगों को अपने लाखों रुपए गंवाने पड़े हैं. कुडी भगतासनी के महेश कुमार ने ऑनलाइन कस्टमर केयर नंबर पर बातचीत की तो एक लाख 87 हजार गंवा बैठे.
एक ठेकेदार का मामला (Cyber fraud with Jodhpur contractor) भी सामने आया है जिसने अपने कर्मचारी से इंडिया मार्ट पर लोहे के सरीए के भाव सर्च करने कहा. उस पोर्टल पर देश के नामी टीएमटी सरिया बनाने वाली कंपनी कामधेनु के भाव और सेल्स से जुड़ी जानकारी मिलने पर सौदा किया लेकिन 16 लाख 45 हजार रुपए (16 lakh cheated from contractor) डूब गए.
पुलिस के अनुसार जोराराम चौधरी को जलसंसाधन विभाग में एक एनिकट बनाने का काम मिला था जिसके लिए सरिया चाहिए होती है. इसके लिए उसके कर्मचारी ने 20 जनवरी को इंडिया मार्ट पर इंक्वारी की जिसके बाद उसके पास कामधेनु कंपनी के सेल्स अधिकारी सुधांशु चतुर्वेदी का फोन आया. उसने 48 रुपए किलो में कामधेनू टीएमटी सरिया देने का सौदा किया. इसके लिए 16 लाख 32 हजार रुपए जमा करवाने के लिए एकाउंट नंबर दिए और कहा कि 24 से 72 घंटे में माल डिलीवर हो जाएगा.
इस पर 24 जनवरी को 34 टन सरिया के लिए 16 लाख 32 हजार रुपए ठेकेदार ने जमा करवा दिए. एक दिन बाद फिर दो सौ किलो वायर के लिए 13 हजार रुपए जमा करवाए लेकिन दो दिन बाद फोन बंद हो गया. कई बार प्रयास किया पोर्टल पर भी देखा तो कोई संपर्क नहीं हो सका. इसके बाद जोराराम बनाड़ थाने पहुंचे और पुलिस को आप बीती बताई.
बिहार के हाजीगंज के व्यक्ति का मिला खाता
पुलिस में जाने से पहले जोराराम ने कैनरा बैंक जाकर पता किया तो सामने आया कि जो खाता संख्या दी गई थी वह तो बिहार के हाजीगंज पटना सिटी निवासी मोहम्मद सद्दाम शेख के नाम था. इसके बाद उन्होंने कामधेनु स्टील में संपर्क किया और वहां के अधिकारियों से बात की तो जोराराम ने कामधेनू प्राइवेट लिमिटेड लावा नागपुर के बारे में जानकारी दी तो उसे कंपनी ने फर्जी बता दिया. बनाड़ थाना पुलिस ने 16 लाख 45 हजार रुपए की धोखाधड़ी में मोहम्मद सद्दाम शेख के खिलाफ मामला दर्ज किया है.