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जन्म से ही लीवर और गुर्दे की बीमारी से पीड़ित है जोधपुर की कृष्णा, इलाज के लिए पिता के पास पैसे तक नहीं - लीवर और गुर्दे की बीमारी

जोधपुर का एक गरीब परिवार अपनी 12 साल की बेटी के इलाज के लिए रात-दिन एक कर के पैसों का इंतजाम कर रहा है. घनश्याम माली की बेटी कृष्णा जन्म से लीवर और गुर्दे की बीमारी से पीड़ित है. पिता के पास इतने पैसे भी नहीं है कि वह अपनी बेटी का इलाज करवा सके.

लीवर और गुर्दे की बीमारी, liver and kidney disease
लीवर और गुर्दे की बीमारी से पीड़ित है जोधपुर की कृष्णा
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Published : Jun 24, 2021, 11:03 PM IST

जोधपुर. मथानिया कस्बे के मुकनर गांव निवासी घनश्याम माली की बेटी कृष्णा जन्म से लीवर और गुर्दे की बीमारी से पीड़ित है. गुरुवार को कृष्णा के इलाज के लिए उनके परिवार अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान एम्स जोधपुर पहुंचे. पिता के पास अपनी बेटी के इलाज के लिए भी पैसे नहीं होने के कारण वह कृष्णा का इलाज नहीं करवा पा रहे हैं.

पढ़ेंः जोधपुरः सोनू सूद की मदद से हार्ट की सफल सर्जरी करवा कर घर लौटी 20 दिन की सोनू

पिता घनश्याम माली का कहना है कि कृष्णा जन्म से लिवर गुर्दे की बीमारी से पीड़ित है. जन्म के समय डॉक्टर ने कहा कि बच्ची अभी छोटी है. डॉक्टर की सलाह के अनुसार जब बच्ची बड़ी हो जाएगी तब उसका ऑपरेशन करना संभव होगा. अब कृष्णा के बड़े होने पर लिवर की बीमारी भी दिनोंदिन बढ़ने लगी है. साथ ही घनश्याम ने बताया कि जोधपुर के उम्मेद अस्पताल में डॉक्टरों ने कहा कि बच्ची का ऑपरेशन बहुत जल्द ही करना पड़ेगा.

बेटी के इलाज के लिए पिता के पास पैसे नहीं

डॉक्टर ने बच्ची के ऑपरेशन के लिए 28 से 30 लाख रुपए का खर्चा बताया है. यह सुनते ही पिता और परिवार के पैरों तले जमीन खिसक गई. कृष्ण के पिता का कहना है कि गरीब परिवार होने के कारण इतनी बड़ी रकम का इंतजाम करना बस की बात नहीं है.

भामाशाह से मदद की गुहार

कृष्ण के पिता ने कहा कि मेरे अलावा घर में कोई कमाने वाला कोई नहीं है. कृष्णा सहित तीन और छोटे बच्चे हैं. उनकी भी जिम्मेदारी मुझ पर हैं. इसलिए उन्होंने लोगों से सहयोग की अपील की है. उनका कहना है किएक छोटे से सहयोग से बच्ची की जान बच सकती हैं.

पढ़ेंः पंचायती राज चुनाव: जयपुर जिला परिषद, बस्सी और पावटा पंचायत समिति के लिए निकाली आरक्षण लॉटरी

माली समाज के मीडिया प्रभारी मनीष सोलंकी ने बताया कि कृष्णा 12 साल की हो गई है. जबकि उनके पिता के पास पैसे नहीं होने की वजह से बच्ची का इलाज कराना मुश्किल हो गया है. साथ ही उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया के जरिए बच्ची के इलाज के लिए गुहार लगाई जा रही है. जोधपुर एम्स में इलाज संभव नहीं होगा तो दिल्ली या अहमदाबाद में बच्ची का इलाज करवाएंगे. सरकार और भामाशाह के माध्यम से अपील करके राशि इकट्ठी की जाएगी.

जोधपुर. मथानिया कस्बे के मुकनर गांव निवासी घनश्याम माली की बेटी कृष्णा जन्म से लीवर और गुर्दे की बीमारी से पीड़ित है. गुरुवार को कृष्णा के इलाज के लिए उनके परिवार अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान एम्स जोधपुर पहुंचे. पिता के पास अपनी बेटी के इलाज के लिए भी पैसे नहीं होने के कारण वह कृष्णा का इलाज नहीं करवा पा रहे हैं.

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पिता घनश्याम माली का कहना है कि कृष्णा जन्म से लिवर गुर्दे की बीमारी से पीड़ित है. जन्म के समय डॉक्टर ने कहा कि बच्ची अभी छोटी है. डॉक्टर की सलाह के अनुसार जब बच्ची बड़ी हो जाएगी तब उसका ऑपरेशन करना संभव होगा. अब कृष्णा के बड़े होने पर लिवर की बीमारी भी दिनोंदिन बढ़ने लगी है. साथ ही घनश्याम ने बताया कि जोधपुर के उम्मेद अस्पताल में डॉक्टरों ने कहा कि बच्ची का ऑपरेशन बहुत जल्द ही करना पड़ेगा.

बेटी के इलाज के लिए पिता के पास पैसे नहीं

डॉक्टर ने बच्ची के ऑपरेशन के लिए 28 से 30 लाख रुपए का खर्चा बताया है. यह सुनते ही पिता और परिवार के पैरों तले जमीन खिसक गई. कृष्ण के पिता का कहना है कि गरीब परिवार होने के कारण इतनी बड़ी रकम का इंतजाम करना बस की बात नहीं है.

भामाशाह से मदद की गुहार

कृष्ण के पिता ने कहा कि मेरे अलावा घर में कोई कमाने वाला कोई नहीं है. कृष्णा सहित तीन और छोटे बच्चे हैं. उनकी भी जिम्मेदारी मुझ पर हैं. इसलिए उन्होंने लोगों से सहयोग की अपील की है. उनका कहना है किएक छोटे से सहयोग से बच्ची की जान बच सकती हैं.

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माली समाज के मीडिया प्रभारी मनीष सोलंकी ने बताया कि कृष्णा 12 साल की हो गई है. जबकि उनके पिता के पास पैसे नहीं होने की वजह से बच्ची का इलाज कराना मुश्किल हो गया है. साथ ही उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया के जरिए बच्ची के इलाज के लिए गुहार लगाई जा रही है. जोधपुर एम्स में इलाज संभव नहीं होगा तो दिल्ली या अहमदाबाद में बच्ची का इलाज करवाएंगे. सरकार और भामाशाह के माध्यम से अपील करके राशि इकट्ठी की जाएगी.

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