जयपुर. प्रदेश के टोंक में नाबालिग से दुष्कर्म की घिनौनी वारदात राजनीतिक रूप ले चुकी है. विपक्ष जहां राज्य सरकार को घेर कर आरोपी दरिंदे को कड़ी सजा देने की मांग कर रहा है. वहीं अब मुस्लिम परिषद संस्थान ने भी मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को पत्र लिखकर दरिंदों को जल्द से जल्द फांसी देने की मांग की हैं.
मुस्लिम परिषद संस्थान के प्रदेश अध्यक्ष यूनुस चोपदार ने मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में कहा कि, नाबालिग बालिका से 4 दरिंदों द्वारा दुष्कर्म जैसा घिनौना कृत्य किया गया, जो कि नाकाबिले-बर्दाश्त है. इस मामले में एक नाबालिग और तीन अन्य आरोपियों को पुलिस द्वारा गिरफ्तार किया गया है. मीडिया में प्रकाशित खबरों के अनुसार चारों युवक मुसलमान हैं. ऐसे हैवानों का कोई धर्म नहीं होता और संस्थान इस घिनौने कृत्य का कड़े शब्दों में निंदा करता हैं.
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उन्होंने कहा कि इस्लाम धर्म में ऐसे अपराधों के लिए कोई जगह नहीं है. इस्लाम धर्म में तो बुरी नजर को भी बेहद गलत माना गया है और शरिया कानून लागू होने वाले देशों में ऐसे अपराधियों को सरेआम फांसी देने का कानून है. पूर्व में देश के विभिन्न इलाकों में घटित हुए मामलों में भी मुस्लिम परिषद संस्थान का स्पष्ट मत रहा है कि ऐसे गंदे मानसिकता के लोग देश के लिए खतरा हैं और ऐसे दरिंदों का केस फास्ट ट्रैक कोर्ट में चलाकर, जल्द से जल्द सुनवाई पूरी कर उन्हें तुरंत फांसी की सजा दी जाए.
यूनुस चोपदार ने यह भी अनुरोध किया है कि स्थानीय सांसद, विधायक और अन्य राजनीतिक लोगों द्वारा मामले को राजनीतिकरण कर कानून-व्यवस्था बिगाड़ने का प्रयास किया जा रहा है. साथ ही लॉकडाउन और धारा 144 का उल्लंघन किया जा रहा है, ऐसे लोगों पर भी कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाए.