जयपुर. यूथ कांग्रेस ने पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर पहली बार राजस्थान में ऑनलाइन चुनाव कराए थे. लेकिन पहले चुनाव में ही परिणामों को लेकर उपजा विवाद अब तक शांत होने का नाम नहीं ले रहा है. चुनाव परिणाम से पहले अध्यक्ष पद पर सुमित भगासरा को जीता हुआ घोषित किया गया था. लेकिन उसके बाद चुनाव मतदान में गड़बड़ी की आशंका के चलते यूथ कांग्रेस की ओर से दोबारा परिणाम जारी कर मुकेश भाकर को अध्यक्ष पद के लिए विजयी घोषित किया गया. इसके बाद लगातार चुनाव परिणाम पर सवाल उठ रहे हैं.
गुरुवार को फिर से यूथ कांग्रेस के नेता सुमित भगासरा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर चुनाव प्रक्रिया पर सवाल उठाए. भगासरा ने कहा कि राजस्थान यूथ कांग्रेस चुनाव इस बार शुरू से ही विवादित रहे. चुनाव के तरीके कई बार बदले गए. यहां तक कि चुनाव परिणाम बदला गया. यूथ कांग्रेस की ओर से दिल्ली पार्लिमेंट थाने में FIR दर्ज करवाने की बात कही गई, लेकिन अब तक इस तरह की कोई FIR दर्ज नहीं हुई है.
उन्होंने कहा कि जल्द ही वो यूथ कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व राहुल गांधी और सोनिया गांधी से मुलाकात करेंगे और इस मामले की जांच करवाने के लिए अपील करेंगे. उन्होंने कहा कि अप्रत्यक्ष तौर पर मुझ पर चुनाव में गड़बड़ी का आरोप लगाया गया है. लेकिन इस संबंध में जांच नहीं हुई यूथ कांग्रेस की ओर से गड़बड़ी की आशंका जताई गई. लेकिन उसके बाद भी चुनाव परिणाम दोबारा घोषित कर दिए गए.
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उन्होंने कहा कि चित्तौड़गढ़ समेत कई जिलों का परिणाम अभी भी जारी नहीं हुआ है. यूथ कांग्रेस के पदाधिकारी चुनाव कमेटी के ऊपर डाल रहे हैं. तो वहीं चुनाव कमेटी चुनाव कराने वाली एजेंसी के ऊपर पूरा मामला डाल रही है.
भगासरा ने कहा कि इस चुनाव प्रक्रिया से यूथ कांग्रेस के कार्यकर्ता परेशान हैं. उन्होंने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट से मांग करते हुए कहा कि प्रदेश में कांग्रेस की सरकार है. ऐसे में चुनाव प्रक्रिया की राज्य की एजेंसियां से भी निष्पक्ष जांच करवाई जाए और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए.