जयपुर. राजस्थान यूथ कांग्रेस को भले ही 7 साल बाद सुमित भगासरा के रूप में नया अध्यक्ष मिला हो, लेकिन अभी तक सुमित को यूथ कांग्रेस की ओर से आधिकारिक तौर पर अध्यक्ष घोषित नहीं किया गया है. दरअसल, 3 मार्च को ही यूथ कांग्रेस में किसे कितने वोट मिले यह संख्या तो जारी कर दी गई.
लेकिन इन चुनाव के आधिकारिक परिणाम की घोषणा 9 मार्च को इंडियन यूथ कांग्रेस को करनी थी. लेकिन ऐसा हुआ नहीं और 9 मार्च को नतीजे जारी करने से पहले ही यूथ कांग्रेस मुख्यालय पर चुनाव की गड़बड़ियों के आरोप के साथ विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए. इन चुनाव में हुई गड़बड़ियों की शिकायतों को देखते हुए यूथ कांग्रेस ने न केवल चुनाव परिणाम रोक दिया है, बल्कि इस मामले में एक जांच कमेटी भी बनाई, जो इन शिकायतों की जांच शुरू कर चुकी है.
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अगर यह शिकायतें सही पाई जाती है तो ऐसे में यह चुनाव भी रद्द हो सकता है. दरअसल यूथ कांग्रेस में विभिन्न पदों के लिए 22 और 23 फरवरी को ऑनलाइन मतदान हुआ था और मतदान के दौरान भी वेबसाइट के हैंग होने की शिकायतें भी मिल रही थी. 3 मार्च को आए नतीजों में सुमित भगासरा को सबसे ज्यादा वोट मिले थे और उन्हें अध्यक्ष मान लिया गया था. लेकिन इसकी आधिकारिक घोषणा इंडियन यूथ कांग्रेस ने नहीं की थी.
9 मार्च को इसकी घोषणा की जानी थी, लेकिन 9 मार्च से पहले ही इन चुनावों में धांधली के आरोप लगाते हुए प्रदेश अध्यक्ष का चुनाव लड़ रहे मुकेश भाकर, सत्यवीर अलोरिया, रोमा जैन और राकेश मीणा ने दिल्ली में यूथ कांग्रेस के केंद्रीय चुनाव प्राधिकरण के कार्यालय में विरोध जताया.
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वहीं, अध्यक्ष का चुनाव लड़े सतवीर अलोरिया ने तो यहां तक आरोप लगा दिया कि उनका खुद का वोट भी सुमित भगासरा को गया है, जो बिना गड़बड़ी के संभव नहीं है. ऐसे में अब विरोध बढ़ते देख यूथ कांग्रेस भी बैकफुट पर आ गई है और उन्होंने इस चुनाव की जांच के लिए एक कमेटी बना दी. वहीं, अब जांच के बाद ही आधिकारिक नतीजे जारी किए जाएंगे और अगर इसमें गड़बड़ी मिलती है तो हो सकता है कि यूथ कांग्रेस के चुनाव को रद्द कर दिया जाए.