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युवाओं को आपस में झगड़ने के बजाए बैठकर मंथन करना चाहिएः सचिन पायलट

राजस्थान यूनिवर्सिटी में मंगलवार को छात्रसंघ कार्यालय के उद्घाटन समारोह को संबोधित करते हुए डिप्टी सीएम सचिन पायलट ने कहा कि युवाओं को आपस में झगड़ने के बजाए बैठकर मंथन करना चाहिए. तो वहीं परिवहन मंत्री खाचरियावास ने कहा कि छात्र आपस में नहीं उलझे.

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Published : Jan 7, 2020, 6:45 PM IST

राजस्थान यूनिवर्सिटी न्यूज, Rajasthan University News
राजस्थान यूनिवर्सिटी

जयपुर. राजस्थान यूनिवर्सिटी में मंगलवार को छात्रसंघ कार्यालय का उद्घाटन किया गया. इस मौके पर डिप्टी सीएम सचिन पायलट ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि युवाओं को आपस में झगड़ने के बजाए बैठकर मंथन करना चाहिए. साथ ही अपनी विचारधारा को रखना चाहिए.

राजस्थान यूनिवर्सिटी में छात्रसंघ कार्यालय का उद्घाटन

पायलट ने कहा कि युवाओं को राजनीति में मौका दिया जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि हम पुरानी स्याही कब तक घिसते रहेंगे. पायलट मंच पर बैठे युवा विधायक मुकेश भाकर और रामनिवास गावड़िया का उदाहरण देते हुए कहा कि भविष्य में भी ऐसे युवाओं को और मौका दिया जाएगा.

पढ़ें- जेएनयू मामले में बोले सचिन पायलट, कहा- शैक्षणिक कैंपस में ऐसी घटना गलत

हालांकि, इस दौरान पायलट ने जिक्र किया कि जो जनता के दिलों पर राज करेगा उसको जनता जिताएगी. तो वहीं खुद का जिक्र करते हुए पायलट ने कहा कि जब उनको लगेगा कि जनता का उन से मोहभंग हो गया है तो वह राजनीति छोड़ देंगे. फिलहाल वह 42 साल के है, अभी उनकी रिटायरमेंट की उम्र बहुत दूर है. उधर, सोमवार को राजस्थान यूनिवर्सिटी में भी एबीवीपी और एनएसयूआई के कार्यकर्ता आमने-सामने हो गए, जिसपर पायलट ने कहा कि कैंपस में युवाओं को संगठनों और राजनीतिक दलों के नाम पर नहीं झगड़ना चाहिए.

उधर, परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने भी जेएनयू का जिक्र करते हुए कहा कि युवा फ्री थिंकर है, वे राज्य और केंद्र के सामने सवाल रखें, ना कि आपस में उलझे. खाचरियावास ने कहा कि उनके समय में कैंपस में पुलिस नहीं घुसती थी. वहीं, कार्यक्रम में उच्च शिक्षा मंत्री भंवर सिंह भाटी, रमेश मीणा, विधायक मुरारी लाल मीणा, मुकेश भाकर, रामनिवास गावड़िया सहित कई एनएसयूआई के पदाधिकारी मौजूद रहे.

जयपुर. राजस्थान यूनिवर्सिटी में मंगलवार को छात्रसंघ कार्यालय का उद्घाटन किया गया. इस मौके पर डिप्टी सीएम सचिन पायलट ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि युवाओं को आपस में झगड़ने के बजाए बैठकर मंथन करना चाहिए. साथ ही अपनी विचारधारा को रखना चाहिए.

राजस्थान यूनिवर्सिटी में छात्रसंघ कार्यालय का उद्घाटन

पायलट ने कहा कि युवाओं को राजनीति में मौका दिया जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि हम पुरानी स्याही कब तक घिसते रहेंगे. पायलट मंच पर बैठे युवा विधायक मुकेश भाकर और रामनिवास गावड़िया का उदाहरण देते हुए कहा कि भविष्य में भी ऐसे युवाओं को और मौका दिया जाएगा.

पढ़ें- जेएनयू मामले में बोले सचिन पायलट, कहा- शैक्षणिक कैंपस में ऐसी घटना गलत

हालांकि, इस दौरान पायलट ने जिक्र किया कि जो जनता के दिलों पर राज करेगा उसको जनता जिताएगी. तो वहीं खुद का जिक्र करते हुए पायलट ने कहा कि जब उनको लगेगा कि जनता का उन से मोहभंग हो गया है तो वह राजनीति छोड़ देंगे. फिलहाल वह 42 साल के है, अभी उनकी रिटायरमेंट की उम्र बहुत दूर है. उधर, सोमवार को राजस्थान यूनिवर्सिटी में भी एबीवीपी और एनएसयूआई के कार्यकर्ता आमने-सामने हो गए, जिसपर पायलट ने कहा कि कैंपस में युवाओं को संगठनों और राजनीतिक दलों के नाम पर नहीं झगड़ना चाहिए.

उधर, परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने भी जेएनयू का जिक्र करते हुए कहा कि युवा फ्री थिंकर है, वे राज्य और केंद्र के सामने सवाल रखें, ना कि आपस में उलझे. खाचरियावास ने कहा कि उनके समय में कैंपस में पुलिस नहीं घुसती थी. वहीं, कार्यक्रम में उच्च शिक्षा मंत्री भंवर सिंह भाटी, रमेश मीणा, विधायक मुरारी लाल मीणा, मुकेश भाकर, रामनिवास गावड़िया सहित कई एनएसयूआई के पदाधिकारी मौजूद रहे.

Intro:जयपुर- युवाओं को आपस मे झगड़ने की बजाए बैठकर मंथन करना चाहिए। ये कहना था डिप्टी सीएम सचिन पायलट और परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास का। मौका था राजस्थान यूनिवर्सिटी में छात्रसंघ कार्यलय उद्धघाटन का। एनएसयूआई के महासचिव महावीर गुर्जर और उपाध्यक्ष प्रियंका मीना के छात्र संघ कार्यालय के उद्घाटन के मौके पर डिप्टी सीएम सचिन पायलट ने संबोधित करते हुए कहा कि देश के युवाओं को किसी मुद्दे पर बैठकर मंथन करना चाहिए साथ ही अपनी विचारधारा को रखना चाहिए। जेएनयू में तनाव के बाद अब मामला पूरे देश में गूंज रहा है, तो वहीं इस मुद्दे को लेकर कहीं यूनिवर्सिटीज में भी तनाव का माहौल देखने को मिल रहा है। उधर, सोमवार को राजस्थान यूनिवर्सिटी में भी एबीवीपी और एनएसयूआई के कार्यकर्ता आमने-सामने हो गए, जिसपर पायलट ने यह भी आह्वान किया है कि कैंपस में युवाओं को संगठनों और राजनीतिक दलों के नाम पर झगड़ना नहीं चाहिए।

उधर, परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने भी जेएनयू का जिक्र करते हुए कहा कि युवा फ्री थिंकर है, वे राज्य और केंद्र के सामने सवाल रखे, ना कि आपस में उलझे। खाचरियावास ने अपने समय का उदाहरण देते हुए कहा कि उनके समय में कैंपस में पुलिस नहीं घुसती थी। कार्यक्रम में उच्च शिक्षा मंत्री भंवर सिंह भाटी, रमेश मीणा, विधायक मुरारी लाल मीणा, मुकेश भाकर, रामनिवास गावड़िया सहित कई एनएसयूआई के पदाधिकारी मौजूद रहे।


Body:पायलट ने इस दौरान कहा कि युवाओं को राजनीति में मौका दिया जाना चाहिए साथ ही उदाहरण भी दिया कि हम पुरानी स्याही कब तक घिसते रहेंगे। पायलट मंच पर बैठे मुकेश भाकर और रामनिवास गावड़िया का उदाहरण दिया साथ ही कहा कि भविष्य में भी ऐसे युवाओं को और मौका दिया जाएगा। हालांकि इस दौरान पायलट ने जिक्र किया कि जो जनता के दिलों पर राज करेगा उसको जनता जिताएगी। तो वहीं खुद का जिक्र करते हुए पायलट ने कहा कि जब उनको लगेगा कि जनता का उन से मोहभंग हो गया है तो वह राजनीति छोड़ देंगे। फिलहाल वह 42 साल के है, अभी उनकी रिटायरमेंट की उम्र बहुत दूर है।

बाईट- सचिन पायलट, डिप्टी सीएम
बाईट- प्रताप सिंह खाचरियावास, परिवहन मंत्री


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