जयपुर. प्रदेश में विश्व व्यापी महामारी का रूप ले चूका कोरोना संकट के चलते पिछले माह 20 मार्च से बंद पड़े शासन सचिवालय में सोमवार से रौनक लौट आई है. मॉडिफाइड लॉकडाउन के दौरान सचिवालय में स्थित सभी विभागों में कामकाज शुरू हो गया है. सुबह 10 बजे से ही कार्मिकों का आना शुरू गया था, जिसके चलते यहां थोड़ी बहुत चहल-पहल भी नजर आई.
दरअसल, सचिवालय में पहले 33 फीसदी स्टॉफ को ऑफिस आने के निर्देश दिए गए थे. लेकिन रविवार देर शाम सीएम गहलोत ने इस आदेश में संशोधन करते हुए सचिवालय में विभागों के अध्यक्ष, सचिव, उपसचिव और उनके स्टॉफ के कार्मिकों को ही सचिवालय में आने की इजाजत दी गई है. वहीं कई अधिकारी-कर्मचारी तय समय पर ही दफ्तर पहुंचे. प्रवेश द्वार पर तैनात सुरक्षा गार्डों की ओर से सेनेटाइज करने के बाद ही कार्मिकों को अंदर प्रवेश दिया गया.
जानकारी के अनुसर सचिवालय के खुलने के से एक दिन पहले ही सभी जगह कार्मिक विभाग की तरफ से बिल्डिंग को सेनेटाइज किया गया. साथ ही सचिवालय में विभिन्न विभागों के दफ्तरों में सोशल डिस्टेंसिंग पालन भी कराई जा रही है. तीन से ज्यादा स्टॉफ कार्मिकों को एक कक्ष में नहीं बैठाया जा रहा है. कम्प्यूटर कक्ष में ऑपरेटर एक अन्य कार्मिक को भी बैठाया गया है.
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साथ ही कार्मिकों को ड्यूटी टाइम के दौरान मास्क लगाने की भी हिदायत दी गई है. हालांकि विभागों में जनता से जुड़े कामकाज नहीं होंगे. पेंडेंसी काम करने का प्रयास किया जाएगा. दरअसल, सचिवालय में कामकाज शुरू होने के पीछे एक वजह ये भी है कि पिछले एक माह से सरकारी योजनाओं को लेकर कोई कामकाज नहीं हुआ था, जिसके चलते पेंडेंसी के मामले बढ़ते जा रहे थे.