जयपुर. अखंड सुहाग की कामना का पर्व गणगौर आज मनाया गया. शहर के विभिन्न जगहों पर सामूहिक रूप एकत्र होकर महिलाओं ने 16 श्रृंगार के साथ चुनड़ी, लहरिया पहनकर गोरी पार्वती और शंकर भगवान की पूजा अर्चना की.
इस मौके पर महिलाओं ने परंपरागत लोकगीतों के साथ गणगौर माता की पूजा की और अखंड सुहाग की कामना की. सुबह होने के साथ ही गणगौर की प्रतिमाएं बनाकर उसे दूब और फूलों से सजाया गया. वहीं सामूहिक रूप से गणगौर को रोली, मेहंदी व काजल की बिंदिया लगाकर गणगौर का पूजन किया गया. इस दौरान कुंवारी कन्याओं ने भी ईसर-गौर की पूजा कर विशेष आशीर्वाद लिया.
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शाम को लोक गीत गाते हुए गणगौर माता का विसर्जन किया जाएगा लेकिन इस बार कोरोना के कहर के चलते बड़े कार्यक्रम का आयोजन नहीं किया गया. हालांकि, फिर भी महिलाएं पूरे पारंपरिक परिधानों में गणगौर की पूजा करती हुई नजर आईं. कोरोना के संक्रमण के चलते इस बार गणगौर पर्व रद्द कर दिया गया है.
वहीं सिटी पैलेस से निकलने वाली गणगौर माता की परंपरागत सवारी भी नहीं निकलेगी. जयपुर पूर्व राजघराना के सदस्यों की ओर से शाम को गणगौर माता की पूजा-अर्चना कर सुख-समृद्धि और शांति की कामना की जाएगी. यह दूसरा मौका जब जयपुर स्थापना के बाद से यहीं गणगौर माता की सवारी नहीं निकलेगी.