जयपुर. देश भर में चल रहा एनआरसी, एनपीआर और सीएए का विरोध कम होने का नाम नहीं ले रहा है. राजधानी जयपुर में शनिवार को सीएए, एनपीआर और एनआरसी के विरोध में दिल्ली से राजस्थान तक के कई सामाजिक संगठनों ने हल्ला बोला. अल्बर्ट हॉल पर बडी संख्या में विभिन संगठनों की महिलाएं जुटी.
इस दौरान दिल्ली की जामिया सहित कई यूनिवर्सिटी के स्टूडेंट लीडर भी मौजूद रहे. सभी ने एक सुर में सीएए सहित एनआरसी, एनपीआर की मुहिम का विरोध किया. सभी ने एक सुर में कहा कि पूरे देश में इनके खिलाफ विरोध हो रहा है. लेकिन केंद्र सरकार अपनी जिद पर अड़ी हुई है. धरने में शामिल भीम आर्मी की महिला विंग के प्रदेश अध्यक्ष नीलोफर खान का कहना था, "सीएए से सिर्फ देश में नफरत फैलेगी और कुछ नहीं होगा. इसलिए सरकार को इस कानून को तुरंत वापस लेना चाहिए.
साथ ही कहा कि केंद्र की बीजेपी सरकार एनआरसी के माध्यम से मुसलमानों का उत्पीड़न कर रही है. इससे देश को बांटने की कोशिश की जा रही है जिसे कोई भी स्वीकार नहीं करेगा. उन्होंने कहा कि एक विचार धारा को थोपने के लिए ये सीएए और एनआरसी के जरिये देश को बांट रहे है. इस विरोध प्रदर्शन में महिलाओं के साथ छोटे-छोटे बच्चे भी शामिल थे.
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वहीं, दस-बारह साल के कई बच्चे हाथों में तिरंगा लेकर नारे लगाते हुए अपनी मौजूदगी दर्ज करा रहे थे. बता दें कि पिछले एक पखवाड़े से जयपुर के सेंटर में ऐतिहासिक धरोहर अल्बर्ट हॉल के बाहर विभन्न संगठन विरोध प्रदर्शन कर रहे है. रोज शाम को 6 से 7 बजे तक चलने वाले इस विरोध प्रदर्शन के जरिये लोगों को सीएए और एनआरसी को लेकर लोगों को जागरूक किया जा रहा है.