जयपुर. सूरजपुरा प्लांट के आगे जयपुर-बीसलपुर पाइप लाइन में लीकेज होने से शहर में जल संकट (Leakage in Bisalpur pipeline) गहरा गया है. लीकेज के कारण 2 दिन तक जयपुर शहर में बीसलपुर से पानी सप्लाई नहीं होगा. पीएचईडी विभाग भी ट्यूबवेल्स के भरोसे ही रहने वाला है.
बीसलपुर बांध जयपुर शहर की लाइफ लाइन कही जाती (Life Line of Jaipur City Bisalpur Dam) है. बीसलपुर से पानी सप्लाई होकर सूरजपुरा प्लांट में आता है और यहां से पानी आगे सप्लाई होता है. शनिवार रात को सूरजपुरा प्लांट से कुछ किलोमीटर आगे बीसलपुर लाइन में वाल्व फटने से एक बड़ा लीकेज हो गया. जिसके बाद पानी सप्लाई को बंद किया गया. इस लीकेज को ठीक करना पीएचईडी के इंजीनियरों के लिए एक बड़ा चैलेंज बन गया है.
फिलहाल पाइप लाइन से 10 किलोमीटर तक पानी निकालने का काम किया जा रहा है. इसमें भी रविवार शाम तक का समय लगेगा. इसके बाद ही पाइपलाइन के लीकेज को ठीक करने का काम शुरू होगा. लीकेज के कारण जयपुर शहर में रविवार शाम और सोमवार को शहर में पानी सप्लाई नहीं होगा. ऐसे में आम जनता को त्यौहार वाले दिन पानी की दिक्कत का सामना करना पड़ेगा. बीसलपुर बांध से करीब 22 लाख की आबादी को पानी सप्लाई नहीं हो पाएगा.
जल संकट के कारण 3520 ट्यूबवेल्स के जरिए जयपुर में पानी की सप्लाई की (water supply likely to be interrupted in Jaipur) जाएगी. लेकिन विभाग ट्यूबवेल्स से 182 एमएलडी पानी की सप्लाई ही कर सकेगा. इसीलिए वैकल्पिक तौर पर टैंकर्स की व्यवस्था भी की जाएगी. वहीं, अभी तक पाइपलाइन से पूरा पानी नहीं निकाला जा सका है. अतिरिक्त मुख्य अभियंता आरसी मीणा, बीसलपुर परियोजना के अधीक्षण अभियंता शुभांशु दीक्षित एवं अन्य अधिकारी मौके पर मौजूद हैं और लगातार मॉनिटरिंग कर रहे हैं.
अतिरिक्त मुख्य अभियंता आरसी मीणा का कहना है कि विभाग ने लीकेज का कारण ढूंढ (Repairing of Bisalpur pipeline) लिया है और जल्द ही इसे दुरुस्त कर दिया जाएगा. उन्होंने उम्मीद जताई है कि सोमवार सुबह कम दबाव से बीसलपुर का पानी सप्लाई किया जा सकता है. उन्होंने कहा 10 किलोमीटर की लाइन में 50 एमएलडी पानी को खाली किया गया. अब वापस उसे भरने में भी समय लगेगा.
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जीसीकेसी फर्म की फिर चूक : जयपुर-बीसलपुर पाइपलाइन में लीकेज के कारण जयपुर में अचानक जलसंकट की स्थिति हो गई है. माना जा रहा है कि इसमें जीसीकेसी फर्म की लापरवाही है. पाइपलाइन की देखरेख का जिम्मा इसी फर्म के पास है. करीब 15 दिन पहले ही जीसीकेसी फर्म की लापरवाही के कारण शहर को पीला पानी पीना पड़ा था और अब जल संकट झेलना पडे़गा.