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Vyanjan Dwadashi in Govind Dev mandir: व्यंजन द्वादशी पर गोविंददेवजी को जिमाए 56 भोग - ETV Bharat Rajasthan News

मार्गशीर्ष शुक्ल व्यंजन द्वादशी (Vyanjan Dwadashi in Govind Dev mandir) पर बुधवार को जयपुर के आराध्य गोविंददेवजी को 56 भोग की झांकी सजाई गई. कोरोना संक्रमण रोकने के लिए जारी सरकार के निर्देशों के अनुसार भक्तों को प्रसाद का वितरण नहीं किया गया.

गोविंददेवजी को जिमाए 56 भोग व्यंजन
गोविंददेवजी को जिमाए 56 भोग व्यंजन
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Published : Dec 15, 2021, 4:40 PM IST

जयपुर. मार्गशीर्ष शुक्ल द्वादशी बुधवार को व्यंजन द्वादशी (Vyanjan Dwadashi in Govind Dev mandir) के रूप में मनाई गई. इस दौरान जयपुर के आराध्य गोविंददेवजी को सर्दियों के व्यंजन जिमाए गए साथ ही 56 भोग की झांकी भी सजाई गई. दिन में श्रद्धालुओं ने 56 भोग की विशेष झांकी के दर्शन किए.

हालांकि, कोरोना संक्रमण के खतरे को देखते हुए भक्तों को प्रसाद का वितरण नहीं किया गया. गोविंददेवजी मंदिर के प्रवक्ता मानस गोस्वामी ने बताया कि व्यंजन द्वादशी को सुबह मंगला झांकी से ही मफलर, जुराब और दस्ताने धारण करवाए गए. इसके साथ ही मंदिर के गर्भगृह में अंगीठी की सेवा भी शुरू कर दी गई है.

पढ़ें: Pradosh Vrat December 2021: प्रदोष व्रत 16 दिसंबर को, इस विधि से पूजा करने से मिलेगा भोलेनाथ का आशीर्वाद

दोपहर में ठाकुरजी को बाजरे, मूंग, मोगर, दस प्रकार की सब्जियां, चपाती, खीर और चटनी का भोग लगाया गया. इसके साथ ही 56 भोग की झांकी भी सजाई गई. उनका कहना है कि इस बार कोरोना संक्रमण रोकने के लिए जारी सरकार के निर्देशों के अनुसार भक्तों को प्रसाद का वितरण नहीं किया गया.

जयपुर. मार्गशीर्ष शुक्ल द्वादशी बुधवार को व्यंजन द्वादशी (Vyanjan Dwadashi in Govind Dev mandir) के रूप में मनाई गई. इस दौरान जयपुर के आराध्य गोविंददेवजी को सर्दियों के व्यंजन जिमाए गए साथ ही 56 भोग की झांकी भी सजाई गई. दिन में श्रद्धालुओं ने 56 भोग की विशेष झांकी के दर्शन किए.

हालांकि, कोरोना संक्रमण के खतरे को देखते हुए भक्तों को प्रसाद का वितरण नहीं किया गया. गोविंददेवजी मंदिर के प्रवक्ता मानस गोस्वामी ने बताया कि व्यंजन द्वादशी को सुबह मंगला झांकी से ही मफलर, जुराब और दस्ताने धारण करवाए गए. इसके साथ ही मंदिर के गर्भगृह में अंगीठी की सेवा भी शुरू कर दी गई है.

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दोपहर में ठाकुरजी को बाजरे, मूंग, मोगर, दस प्रकार की सब्जियां, चपाती, खीर और चटनी का भोग लगाया गया. इसके साथ ही 56 भोग की झांकी भी सजाई गई. उनका कहना है कि इस बार कोरोना संक्रमण रोकने के लिए जारी सरकार के निर्देशों के अनुसार भक्तों को प्रसाद का वितरण नहीं किया गया.

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