जयपुर. राजस्थान के कलाकारों का डेटाबेस एकत्र करने के लिए डिजिटल पहल के रूप में क्राउडसोर्सिंग इनिशिएटिव 'ए कॉल फॉर आर्टिस्ट डेटाबेस' की शुरुआत हुई. राज्य सरकार के कला एवं संस्कृति मंत्री डॉ. बीडी कल्ला ने इसको वर्चुअली लॉन्च किया. जिसके बाद इसके माध्यम से प्रदेश के आर्टिस्टों का डेटा कलेक्ट किया जायेगा.
इस मौके पर मंत्री बीडी कल्ला ने कहा कि, कला और संस्कृति किसी भी सभ्यता की बैकबोन है. राजस्थान के संदर्भ में, कला के संरक्षण, संवर्धन और विकास के लिए कलाकार से संबंधित सूचनाओं का संग्रहण प्राथमिक आवश्यकता है. सूचना की कमी के कारण, हम अपने उद्देश्यों की पूर्ति में पीछे रह जाते है. उन्होंने कहा कि, डेटा को साइंटिफिकली इकट्ठा करने की विभाग की यह पहल कला और कलाकारों के संवर्धन और संरक्षण की दशा में बेहद महत्वपूर्ण साबित होगी.
वहीं राजस्थान सरकार की शासन सचिव और जेकेके की महानिदेशक मुग्धा सिन्हा ने कहा कि, यह अत्यंत गर्व का विषय है कि राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के निर्देशानुसार 'ए कॉल फॉर आर्टिस्ट डेटाबेस' का आगाज हुआ है. यह पहल राजस्थान के सभी 33 जिलों और 7 संभाग के कलाकारों के डेटा एकत्र करने की सुविधा प्रदान करेगी. यह वास्तव में शहरी में शहरी, ग्रामीण क्षेत्रों के साथ साथ दूरदराज के स्थानो में रहने वाले कलाकारों से जुड़ने का एक शानदार अवसर है.
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इससे राजस्थान का कोई भी कलाकार जो विजुअल आर्ट, परफॉर्मिंग आर्ट, लिटरेरी आर्ट, लुप्त होती कलाओं और ट्राइबल में निपुण हो वह अपनी जानकारी प्रस्तुत कर सकते हैं. यह डेटाबेस डेमोक्रेटिक तरीके से डाटा को डिजिटाइज करने और कलाकारों को लाभ पहुंचाने के लिए इसका उपयोग करने का एक प्रयास है.
उल्लेखनीय है कि यह पहल कला और तकनीक का संगम है. यह डेटा इकट्ठा करने और जोड़ने के लिए वन स्टॉप डेस्टिनेशन के रूप में काम करेगा. यह कलाकारों के साथ निरंतर संपर्क बनाए रखने और विचारों के आदान-प्रदान को सुविधाजनक बनाने में भी मदद मिलेगी और जरूरत पड़ने पर कलाकारों उन्हें आवश्यक सहायता भी मिल सकेगी.