जयपुर. राजस्थान के 20 जिलों के 90 निकायों के चुनाव नतीजों ने एक बार फिर भाजपा के कई दिग्गज नेताओं को आइना दिखा दिया है. नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया और उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ अपने क्षेत्र में पार्टी को सफलता दिलाने में सफल नहीं हो पाए. पार्टी को मेवाड़ और शेखावाटी में बड़ी हार का सामना करना पड़ा है. हालांकि, पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के क्षेत्र झालावाड़ और झालरापाटन में पार्टी को जीत मिली है.
इन चुनावों में भाजपा को चूरू में खासा नुकसान उठाना पड़ा है. उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ यहां से विधायक हैं. रतन नगर में बेहद कम मार्जिन से भले ही राठौड़ ने अपनी इज्जत बचा ली हो, लेकिन जिले में आने वाले रतनगढ़ में भी भाजपा को हार का सामना करना पड़ा है. यहां से भाजपा से अभिनेष महर्षि विधायक हैं. इसी तरह उदयपुर क्षेत्र में भी पार्टी को हार का सामना करना पड़ा है.
नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया भी पार्टी को नहीं जिता पाए हैं. नोखा से बिहारी बिश्नोई और जैतारण से अविनाश गहलोत को हार का सामना करना पड़ा है. वहीं, राजसमंद जिले की बात की जाए तो वहां से मौजूदा विधायक किरण माहेश्वरी का पूर्व में निधन हो चुका है. ऐसे में पूरी जिम्मेदारी सांसद दीया कुमारी की थी, लेकिन वहां भी भाजपा को अपना गढ़ गंवाना पड़ा.
राजे सहित इन विधायकों का जलवा बोला
पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के क्षेत्र झालावाड़ और झालरापाटन में पार्टी को जीत मिली है. इसके अलावा अजमेर में विधायक वासुदेव देवनानी और अनिता भदेल को भी कामयाबी मिली है. पाली से विधायक पुष्पेंद्र सिंह राणावत और भीलवाड़ा से बिट्ठल शंकर अवस्थी के विधानसभा क्षेत्र में पार्टी को जीत मिली है. इसी तरह भाजपा विधायक कैलाश मेघवाल, गोपीचंद मीणा, गोपाल शर्मा खंडेलवाल, अर्जुन जीनगर, शोभा चौहान, पुष्पेंद्र सिंह राणावत, अविनाश गहलोत, जोराराम कुमावत और कन्हैया लाल चौधरी के क्षेत्र में जीत मिली है.
इन विधायकों के क्षेत्र में मिली हार
बिहारीलाल बिश्नोई, जब्बर सिंह सांखला, अशोक डोगरा, चंद्रकांता मेघवाल, ललित ओस्तवाल, अभिनेष महर्षि, गुरदीप सिंह, धर्मेंद्र मोची, सुभाष पूनिया और मोहन राम चौधरी के क्षेत्र में हारे. वहीं, मनोहरथाना के गोविंद रानीपुरिया और पीलीबंगा में बलबीर लूथरा को कांग्रेस से शिकस्त मिली है. हालांकि, डग विधायक कालूराम मेघवाल के क्षेत्र में बराबरी पर भाजपा रही. यहां कांग्रेस और भाजपा को बराबर की सीटें मिली.