जयपुर. मुख्य निर्वाचन अधिकारी आनंद कुमार ने आयोग द्वारा निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार 1 सितंबर 2019 से मतदाता सत्यापन कार्यक्रम प्रारंभ करने के निर्देश दिए. इस कार्यक्रम के दौरान मतदाता सूची में पंजीकृत मतदाता स्वयं अपनी प्रविष्टियों का सत्यापन करेंगे. सत्यापन का काम वोटर हेल्पलाइन, मोबाइल एप और आयोग के एनवीएसपी पोर्टल के माध्यम से किया जाएगा.
वहीं, ग्रमीण क्षेत्रों में आम नागरिक को इंटरनेट की सुविधा उपलब्ध नहीं है, इसलिए उनकी सुविधा के लिए यह सुविधा कॉमन सर्विस सेंटर के माध्यम से प्रदान की जाएगी. मतदाता सूचियों में कोई पंजीकृत मतदाता अपने क्षेत्र में संचालित कॉम सेंटर पर जाकर मतदाता सूची का सत्यापन करा सकता है. किसी प्रकार की आवश्यकता हो तो भारत निर्वाचन आयोग द्वारा निर्धारित दस्तावेज जैसे आधार कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, राशन कार्ड, पास्पोर्ट, सरकारी अधिकारी द्वारा जारी पहचान पत्र, बैंक पास बुक और किसान पहचान पत्र में से किसी एक दातावेज को अपलोड कर शुद्धि करवा सकते हैं.
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मुख्य निर्वाचन अधिकारी आनंद कुमार ने बताया कि कॉमन सर्विस सेंटर एवं निर्वाचन विभाग के मध्य से विशेष एमओयू किया गया. जिसके आधार पर ₹1 के शुल्क के साथ कोई भी मतदाता कॉमन सर्विस सेंटर पर जाकर अपनी प्रविष्टियों का सत्यापन करवा सकता है. इस बैठक में सभी राजनीतिक पार्टियों के प्रतिनिधि मौजूद थे. सभी को भारत निर्वाचन आयोग द्वारा जारी दिशा-निर्देशों के बारे में जानकारी दी गई, ताकि पार्टी के कार्यकर्ता मतदाताओं के बीच जाकर उन्हें जागरूक कर सकें.