जयपुर. प्रदेश में भले ही भाजपा सत्ता में ना हो लेकिन पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे की ट्विटर पर सत्ता कायम है. राजस्थान भाजपा नेताओं में वसुंधरा राजे के ट्विटर पर सर्वाधिक 4.2 मिलियन फॉलोअर्स हैं. यही नहीं फॉलोअर्स की संख्या की तुलना में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट भी वसुंधरा राजे से पीछे ही हैं, यही स्थिति प्रदेश भाजपा नेताओं की भी है.
राजनीति में ट्विटर सशक्त माध्यम
मौजूदा राजनीति में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म जनप्रतिनिधियों के लिए अपनी बात जनता तक पहुंचाने का एक सशक्त माध्यम बन गया है. इनमें भी अधिकतर राजनेता ट्विटर के जरिए ही अपनी बात या संदेश जन-जन तक पहुंचाते हैं. फिर चाहे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हो या कांग्रेस नेता राहुल गांधी, हर एक नेता ट्विटर पर सक्रिय नजर आते हैं.
प्रदेश भाजपा पदाधिकारी, विधायक और सांसदों की बात की जाए तो ट्विटर प्लेटफार्म पर किसी भी नेता के इतने फॉलोअर्स नहीं है, जितने अकेले पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष वसुंधरा राजे के हैं. यहां तक कि पार्टी प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया के भी ट्विटर पर 1,40,000 फॉलोअर्स ही हैं.
वसुंधरा के बाद राज्यवर्धन सिंह राठौड़ के सबसे अधिक फॉलोअर्स
वसुंधरा राजे के बाद राजस्थान से आने वाले भाजपा के किसी नेता के सर्वाधिक फॉलोअर्स हैं, तो वह है जयपुर ग्रामीण से सांसद कर्नल राज्यवर्धन सिंह राठौड़. राठौड़ के ट्विटर पर 1.6 मिलियन फॉलोअर्स है. तीसरे स्थान पर सांसद और राष्ट्रीय उपाध्यक्ष ओम प्रकाश माथुर 455K फॉलोअर्स के साथ मौजूद हैं. इसी तरह चौथे स्थान पर 285K फॉलोअर्स के साथ लोकसभा स्पीकर और कोटा सांसद ओम बिरला, जबकि पांचवें स्थान पर केंद्रीय जल शक्ति मंत्री और जोधपुर सांसद गजेंद्र सिंह शेखावत 277K फॉलोअर्स के साथ जमे हुए हैं.
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इसके अलावा केंद्रीय मंत्री कैलाश चौधरी की बात करें तो उनके टि्वटर फॉलोअर्स 70.6K ही है, तो वहीं नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया की स्थिति ट्विटर पर तो और भी खराब है. उनके फॉलोअर्स 21.7K ही है. राजस्थान के नेताओं में यदि वसुंधरा राजे को छोड़ दें तो उनके बाद कांग्रेस पार्टी में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के ट्विटर पर 2 मिलियन और पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट के 2.7 मिनियन फॉलोअर्स है.
फॉलोअर्स की संख्या, पार्टी संगठन में सक्रियता मापने के मापदंड नहीं
अमूमन ट्विटर पर जिस नेताओं के जितने अधिक फॉलोअर्स होते हैं, ऐसा माना जाता है कि उसकी लोकप्रियता लोगों के बीच अधिक है. लेकिन राजनीतिक और संगठनात्मक दृष्टि से ऐसा नहीं है क्योंकि ऐसा कई बार होता है कि पार्टी और संगठनात्मक कामकाज में कोई नेता बहुत ही ज्यादा सक्रिय हो, लेकिन सोशल मीडिया या ट्विटर पर उसके फॉलोअर्स कम हों.
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया, प्रतिपक्ष के उपनेता राजेन्द्र राठौड़ और नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया पार्टी और संगठन के कामकाज में काफी सक्रिय रहते हैं और विपक्ष के नाते संगठनात्मक अभियान और कार्यक्रम के दौरान सड़कों पर भी नजर आते हैं. लेकिन इनके फॉलोअर्स ट्विटर पर वसुंधरा राजे की तुलना में कम है.
हालांकि ये नेता लगातार ट्विटर पर विभिन्न पोस्ट डाल कर सक्रिय रहते हैं और इनकी पोस्ट के जरिए इनकी राजनीतिक सक्रियता भी आसानी से मापी जा सकती है. इनके द्वारा डाली गई पोस्ट पर आने वाले लाइक, व्यूज और कमेंट्स की संख्या काफी ज्यादा रहती है.