जयपुर. विद्याधर नगर स्थित घुमंतु अर्ध घुमंतु और शासित समाज से जुड़े लोगों की कच्ची बस्ती हटाए जाने की घटना पर सियासत तेज हो गई है. 2 दिन पुरानी इस घटना को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने मंगलवार को ट्वीट किया और इस घटना की निंदा की. कोरोना काल में राजे ने इस घटना को आमानवीय और झकझोर देने वाली करार दिया.
राजे ने अपनी ट्वीट में लिखा कि जयपुर के विद्याधर नगर में कच्ची बस्तियों को उजाड़ने का मामला अमानवीय है. कोरोना काल में चल रहे जीवन संघर्ष के बीच सरकार की ओर से लाठी के बल पर घुमंतू परिवारों के घरों को उजाड़ने की घटना झकझोर देने वाली है. राजे ने कहा इस कार्रवाई के दौरान महिलाओं पर लाठियां बरसाई गई और बच्चों को पीटा गया. यहां तक कि बुजुर्गों तक को नहीं बख्शा गया.
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राजे ने लिखा कि प्रशासन का ये तानाशाही रवैया मानवता के खिलाफ है, जो घोर पाप है. वसुंधरा राजे ने सरकार से जिम्मेदार लोगों पर तुरंत कार्रवाई कर बेघर हुए लोगों को संरक्षण प्रदान करने की अपील की. गौरतलब है कि नगर निगम की इस कार्रवाई की इससे पहले भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ. सतीश पूनिया ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर और प्रतिपक्ष के उपनेता राजेंद्र राठौड़ भी इस मामले में बयान जारी कर घटना की निंदा कर चुके हैं.