जयपुर. जिला प्रशासन ने शुक्रवार को एक मानवीय पहल की. इस पहल के तहत जिला प्रशासन ने बुजुर्ग लोगों को भरतपुर के 'अपना घर' के लिए रवाना किया. जहां उनकी बेहतर तरीके से देखभाल की जाएगी. यह सभी बुजुर्ग भिक्षावृति करते थे और असहाय थे.
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अतिरिक्त जिला कलेक्टर प्रथम इकबाल खान ने पांच बुजुर्ग लोगों को हरी झंडी दिखाकर एंबुलेंस के जरिए भरतपुर के अपना घर के लिए रवाना किया. जिला कलेक्टर अंतर सिंह नेहरा को इनमें से कुछ लोग सड़क पर ही बेसहारा और दयनीय हालत में मिले थे और उन्होंने सामाजिक न्याय अधिकारिता विभाग के अधिकारियों को निर्देश देकर उन्हें भरतपुर के अपना घर भेजने को कहा था. हालांकि जिला कलेक्टर अंतर सिंह नेहरा को ही उन्हें अपना घर के लिए रवाना करना था, लेकिन व्यस्त होने के कारण एडीएम प्रथम इकबाल खान ने उन्हें रवाना किया.
मीडिया से मुखातिब होते हुए अतिरिक्त जिला कलेक्टर प्रथम इकबाल इकबाल खान ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के निर्देश दिए थे कि जयपुर को भिक्षावृत्ति से मुक्त किया जाए. इसी के तहत एसडीएम जयपुर और एसीपी सदर ने ऐसे कुछ लोगों को चिन्हित किया, जो बेसहारा थे और उनके पास जीविकापार्जन के लिए भी कोई साधन नहीं था.
इन सभी लोगों को अपना घर भरतपुर भेजा जा रहा है, जहां उनकी अच्छी तरह से देखभाल की जाएगी. उन्होंने कहा कि इनमें से कुछ बुजुर्ग बीमार है तो वहां उन्हें चिकित्सा सुविधा भी उपलब्ध हो सकेगी. इन सभी बेसहारा लोगों को अपना घर में एक बेहतर जिंदगी मिलेगी. इकबाल खान ने कहा कि अपना घर में इन सभी लोगों को जीविकापार्जन के लिए कुछ काम भी सिखाया जाएगा, ताकि यह स्वतंत्र रूप से एक बेहतर जिंदगी जी सकें.
इकबाल खान ने कहा कि जयपुर को भिक्षावृत्ति से मुक्त करने के लिए पहले ऐसे लोगों के बारे में सर्वे किया गया था, लेकिन भिक्षावृत्ति करने वाले लोग अपनी जगह बदल लेते हैं. इसके कारण थोड़ी परेशानी होती है. फिर से ऐसे लोगों के लिए एक सर्वे कराया जाएगा और उनके पुनर्वास की व्यवस्था भी की जाएगी.