जयपुर. मोदी सरकार के तीन कृषि कानून वापस लेने की मांग कर रहे किसानों का नेतृत्व करने वाले संयुक्त किसान मोर्चा ने सोमवार को एफसीआई बचाओ दिवस मनाया. इस मौके पर संयुक्त किसान मोर्चे के आह्वान पर जयपुर में किसानों-मजदूरों ने भी एफसीआई के रीजनल मैनेजर को राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा और तीन कृषि कानून वापस लेने की मांग की है.
राष्ट्रपति के नाम दिए ज्ञापन में बताया गया है कि भाजपा सरकार द्वारा लाए गए तीनों कृषि कानून न सिर्फ देश की खेती और किसानी को पूरी तरह बर्बाद कर देंगे. बल्कि इनके कारण देश की कृषि व्यवस्था देशी-विदेशी कारपोरेट घरानों के हाथों में चली जाएगी. ज्ञापन में बताया गया है कि इन तीनों कृषि कानूनों के कारण देश की संपूर्ण खाद्य सुरक्षा और सार्वजनिक वितरण प्रणाली भी खतरे में पड़ जाएगी.
पढ़ें- राजसमंद : सांसद दीया कुमारी ने किया बीजेपी चुनाव कार्यालय का उद्घाटन
फूड कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया कृषि उत्पादों को खरीद कर संग्रह करने का काम करता है और आपातकाल में तथा सार्वजनिक वितरण प्रणाली के द्वारा देश के गरीब और कमजोर वर्ग को सस्ता राशन उपलब्ध करवाने में अहम भूमिका अदा करता है. ज्ञापन में बताया गया है कि इन कानूनों से देश की कृषि व्यवस्था के साथ ही एफसीआई का अस्तित्व भी खतरे में पड़ने जा रहा है.
राष्ट्रपति के नाम दिए गए इस ज्ञापन में मांग की गई है कि तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने के लिए तुरंत प्रभाव से कार्रवाई की जाए. इसके साथ ही फूड कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया को बचाने और देश की खाद्य सुरक्षा व्यवस्था की रक्षा करने के लिए समुचित कार्रवाई करने की भी मांग की गई है.