जयपुर. भारतीय डाक कर्मचारी संघ के आह्वान पर डाक कर्मचारियों ने गुरुवार रात को एक दिवसीय रात्रि कालीन धरना दिया है. यह धरना गुरुवार शाम 7:00 बजे से शुरू हुआ जो कि शुक्रवार सुबह 6:00 बजे खत्म होगा. यह धरना संजय सर्किल थाने के पास प्रवर अधीक्षक कार्यालय में दिया जा रहा है.
भारतीय डाक कर्मचारी संघ के परिमंडल सचिव विकास तिवारी ने बताया कि सरकार अभी तक डाक कर्मचारियों के हित में कोई कार्य नहीं कर रही है. विभाग में भर्तियां होना भी बंद हो गई है. साथ ही सरकार निजीकरण को बढ़ावा दे रही है जिसका डाक कर्मचारी विरोध करते हैं.
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वहीं विकास तिवारी ने बताया कि धरना राजस्थान के सभी मंडलों पर दिया जा रहा है. राजस्थान राज्य के करीब 5000 से ज्यादा कर्मचारी अलग-अलग मंडल मुख्यालय पर अपनी प्रमुख मांगों को लेकर धरना दे रहे है. राजस्थान में कुल 24 मंडल मुख्यालय पर धरना एक साथ शुरू हुआ है.
जयपुर नगर मंडल में मंडल सचिव नवल किशोर बैरवा ने कहा कि यदि हमारी मांगे नहीं मानी जाती है तो 21 अक्टूबर को परिमंडल कार्यालय में एक दिवसीय धरना दिया जाएगा. फिर भी यदि मांगे नहीं मानी गई तो आगामी 25 नवंबर को एक दिवसीय धरना डाक निदेशालय नई दिल्ली में होगा. इसमें करीब 25 हजार से ज्यादा कर्मचारी भाग लेंगे. साथ ही कहा कि सरकार को यह चेतावनी दी जा रही है कि कर्मचारियों को धोखा देना बंद करें और तत्काल नई पेंशन नीति को समाप्त करने सहित प्रमुख मांगों को मान ले.
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इस धरने में जय शंकर शर्मा, मालीराम स्वामी सहित कई कर्मचारी मौजूद हुए. वहीं संगठन की ओर से भारतीय मजदूर संघ के प्रतिनिधियों ने भी भाग लिया. कर्मचारियों ने कहा कि हम राष्ट्र हित को ध्यान में रखते हुए संपूर्ण कार्य संपादित कर रात को धरना देने का कार्यक्रम बनाया है ताकि लोगों को किसी भी प्रकार की परेशानी ना हो.
कर्मचारियों की ये हैं प्रमुख मांगे-
- नई पेंशन स्कीम को अविलंब समाप्त किया जाए.
- डाक विभाग के ऑपरेटिव ऑफिसों में भी पांच दिवसीय कार्य अवधि तत्काल लागू की जाए.
- शतप्रतिशत अनुकंपा नियुक्ति दी जाए.
- भारतीय डाक कर्मचारी संघ से संबद्ध संगठनों के सदस्यों के साथ भेदभाव पूर्ण रवैया और उन पर अनावश्यक रूप से हो रही उत्पीड़न की कार्रवाई बंद की जाए.
- एमएसीपी में वेरी गुड बेंच मार्क की अनिवार्यता को समाप्त किया जाए.
- सीजीएचएस लाभार्थियों को कैशलेस इलाज की सुविधा दी जाए.
- कमलेश चंद्र कमेटी की सभी संस्तुतियों को तत्काल लागू किया जाए.
- डाक सहायक संवर्ग के कैडर रिस्ट्रक्चरिंग की विसंगतियों को समाप्त किया जाए.
- विभागीय पोस्टमैन/मेल गार्ड एमटीएस और सभी संवर्ग में रिक्त पदों को अविलंब भरा जाए.
- डाकलेखा के विकेंद्रीकरण की योजना को बंद किया जाए.
- डाक सिविल विंग को किसी भी अन्य विभाग या सेवा में होने वाले विलय को रोका जाए.