जयपुर. कोरोना के दौर में आमजन को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. इसके चलते लोगों के रोजगार भी छूट गए हैं. कोरोना का सबसे बड़ा असर ट्रांसपोर्टेशन पर देखने को मिला है. इसी के चलते केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्रालय की ओर से सभी ट्रांसपोर्टर के कागजों की वैधता को बढ़ाकर 30 सितंबर तक कर दिया गया है.
राजस्थान से बाहर जाने वाले ट्रांसपोर्टर्स के ट्रकों को दूसरे राज्यों में जाने पर रोका जा रहा है. उनके चालान भी काटे जा रहे हैं. इसको लेकर प्रयोग विभाग के अधिकारियों से जब बातचीत करने की कोशिश की गई तो अधिकारियों की तरफ से किसी भी तरह का जवाब नहीं दिया गया. ट्रांसपोर्ट यूनियन की ओर से भी लगातार इसका विरोध किया जा रहा है.
ट्रांसपोर्ट ऑपरेटर वेलफेयर सोसाइटी के प्रदेश अध्यक्ष मुकेश बड़बड़वाल की ओर से परिवहन आयुक्त महेंद्र सोनी से इस संबंध में बात की गई है. हालांकि परिवहन विभाग के अधिकारियों की तरफ से किसी भी तरह का जवाब नहीं दिया जा रहा है.
अध्यक्ष मुकेश बड़बड़वाल ने बताया कि कोविड-19 के दौर में ट्रांसपोर्टर को आर्थिक मंदी के दौर का सामना करना पड़ा है. जिसको देखते हुए केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्रालय की ओर से ट्रांसपोर्टर को राहत देते हुए सभी के कागजों की वैधता को बढ़ाते हुए 30 सितंबर तक कर दिया है. इसको लेकर राजस्थान परिवहन विभाग ने आदेश जारी किया है. लेकिन दूसरे राज्यों में राजस्थान से जाने वाले ट्रकों के जबरन चालान काटे जा रहे हैं.