जयपुर. केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय जल्द ही कुछ चिन्हित परियोजनाओं के लिए भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के बुनियादी ढांचा निवेश कोष का प्रस्ताव लाएगा. इस दिशा में पहले कदम के तहत एनएचएआई ज्यादा यातायात वाले राजमार्गों का चयन करेगा.
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क्या है इनविट (इन्फ्राट्रक्चर इन्वेस्टमेंट ट्रस्ट)
इनविट म्यूच्यूअल फंड की ही तरह के होते हैं. जिनमें व्यक्तियों या संस्थाओं को सीधे बुनियादी ढांचा परियोजनाओं में निवेश की अनुमति होती है. आईआरबी इन्फ्राट्रक्चर ने जनवरी 2018 में इसे पेश किया था. देश के पहले इनविट क्षेत्र में 6 सड़क परिसंपत्तियों को शामिल किया गया है. पांच राज्यों में फैली इन सड़कों की लंबाई 3000 किलोमीटर है. टोल ऑपरेट ट्रांसफर मॉडल में पूरी हो चुकी सड़क परियोजनाएं निरीक्षकों को परिचालन और रखरखाव के लिए दी जाती हैं. पहली परियोजना ऑस्ट्रेलिया की मैक्वेरी और अशोक बिल्डकॉन के उद्यम को जनवरी 2018 में मिली थी. कन्सोर्टियम ने TOT परियोजना के लिए 9681.5 करोड़ रुपए की बोली लगाई जो 6258 करोड़ रुपए के आधार मूल्य से 1.5 गुना ज्यादा है.
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इनविट में शामिल प्रोजेक्ट
- 32.6 किलोमीटर तेलंगना में कोटाह - काटा बाईपास
- 75 किलोमीटर का गुजरात में पालनपुर - आबूरोड प्रोजेक्ट
- 36 किलोमीटर का गुजरात में आबूरोड- स्वरूपगंज प्रोजेक्ट
- 160 किलोमीटर का राजस्थान में चित्तौड़ कोटा और चित्तौड़ बाईपास
- 77 किलोमीटर का महाराष्ट्र में महाराष्ट्र कर्नाटक सीमा बेलगाम तक
- 32 पॉइंट 6 किलोमीटर का चेन्नई बायपास
जिन सड़क खंडों पर भविष्य में ज्यादा परिवहन की संभावना है उन्हें इनविट के लिए अलग रखा जाएगा. क्योंकि एनएचएआई ज्यादा निवेशकों को आकर्षित करना चाहता है. इसलिए इसके तहत ज्यादा आकर्षक परियोजना को सूचीबद्ध करने की योजना है. इसका मतलब यह नहीं है कि सड़क मुद्रीकरण की योजनाएं कम आकर्षक होगी. शुरुआत के लिए इनविट को TOT की तुलना में प्राथमिकता दी जाएगी. मंत्रालय इनविट के लिए कैबिनेट से मंजूरी लेगा.
केंद्रीय राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी भी विभिन्न मंचों पर कह चुके हैं कि इनविट की स्थापना के लिए NHAI काम कर रहा है. जिससे उसकी परियोजनाओं का मुद्रीकरण हो सके और पूंजी बाजारों के माध्यम से अतिरिक्त संसाधन आकर्षित किया जा सके. इनविट के विशेष उद्देश्य एक ट्रस्ट के तहत तीन से चार राजमार्ग रखेंगे. उसके बाद कारोबार होगा और निवेशकों का मुनाफा पूंजी बाजार में एडमिट के प्रदर्शन से जुड़ा हुआ होगा.
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इसमें कोई व्यक्ति या संस्थागत निवेशक सीधे धन लगा सकेंगे. सूत्रों के अनुसार अशोक बिल्डकॉन परिचालन और रखरखाव का काम देखेगी और मैक्वेरी एशिया इन्फ्राट्रक्चर फंड -2 द्वारा इसके लिए इक्विटी लगाई जा रही है. इसी तरह का 586 किलोमीटर का खंड राजस्थान गुजरात पश्चिम बंगाल और बिहार में है. जिसमें चार राजमार्गों पर 12 टोल प्लाजा हैं. इसकी पेशकश पिछले साल की गई थी. लेकिन आरक्षित मूल्य से कम बोली रहने के कारण इसे रद्द कर दिया गया था.
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NHAI ने परियोजनाओं के एक और मॉडल के लिए रोड शो शुरू किया है. जिसमें 9 खंडों की कुल लंबाई करीब 566 किलोमीटर है. इन पेशकशों के अलावा TOT मॉडल के तहत करीब 6400 किलोमीटर राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजना चिन्हित की गई हैं. उम्मीद की जा रही है कि सरकार इस साल दिसंबर तक पहला प्रोजेक्ट शुरू करेगी. इसी तरीके से धन जुटाने के मामले में निजी क्षेत्र भी आगे आ रहे हैं.
आईआरबी इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड ने जनवरी 2018 में पेश किया था. आईआरबी इनविट में पूरी हो चुकी 6 सड़क परिसंपत्तियों की पेशकश की गई है. जिन की कुल लंबाई 3000 किलोमीटर है. 5 राज्य में पहली इन संपत्तियों की औसत बैलेंस कंसेशन अवधि 16 साल है. इन सभी 6 सड़क संपत्तियों पर ट्रस्ट का 100% मालिकाना हक है. सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय ने NHAI के इनविट पर काम कर रहा है. उम्मीद की जा रही है कि इस महीने के आखिरी तक योजना को लेकर एनएसीआई अधिकृत रूप से घोषणा कर सकता है.