जयपुर. देश हो या प्रदेश लगातार पेट्रोल-डीजल के दाम बढ़ते जा रहे हैं. इस मामले पर कांग्रेस लगातार केंद्र सरकार पर हमलावर हो रही है और पेट्रोल-डीजल के दामों में कमी की मांग केंद्र सरकार से कर रही है. लेकिन केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने शनिवार को यह तो माना कि पेट्रोल-डीजल के दामों में बढ़ोतरी हुई है.
शेखावत ने कहा कि बढ़ोतरी इस कारण हुई है कि उसे अंतरराष्ट्रीय बाजार के अधीन किया गया है. लेकिन इसके साथ ही उन्होंने पेट्रोल-डीजल की कीमतों में राहत देने की जिम्मेदारी राज्य सरकारों पर डाली है. उन्होंने कहा कि पेट्रोल-डीजल से मिलने वाले टैक्स का बड़ा हिस्सा राज्यों के पास आता है. ऐसे में राज्यों को अपनी जनता को राहत देनी चाहिए.
उन्होंने कहा कि राजस्थान के पड़ोसी राज्यों हरियाणा और गुजरात में भी पेट्रोल डीजल के दाम कम है. क्योंकि वहां वैट कम है. ऐसे में राजस्थान के पेट्रोल-डीजल के उपभोक्ता भी लगातार यह सोच रहे होंगे कि जब पूरे देश में एक ही दाम पर पेट्रोल आता है तो फिर उन्हें महंगा क्यों मिल रहा है. ऐसे में राजस्थान सरकार को भी सकारात्मक पहल करते हुए प्रदेश की जनता को राहत देनी चाहिए.
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वहीं केंद्र सरकार की ओर से पेट्रोल-डीजल की कीमतों में राहत देने के सवाल पर उन्होंने कहा कि पहले यह राहत देने की शुरुआत राज्य सरकार करें फिर निश्चित तौर पर केंद्र सरकार भी इस पर काम करेगी.
वैट क्या है?
VAT की फुल फॉर्म Value added tax होती है. मतलब वैट एक किस्म का बिक्री कर है. जिसे उपभोक्ता व्यय पर उस राज्य की सरकार लेती है. जहां अंतिम उपभोक्ता रहता है. प्रत्येक राज्य में पेट्रोल-डीजल पर वैट अलग-अलग होता है. इसीलिए हर राज्य में पेट्रोल-डीजल के दाम अलग-2 होते हैं.