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संस्कृति को स्थायी और निष्पक्ष तरीके से बढ़ावा देने में राजस्थान अग्रणी - एरिक फॉल्ट, यूनेस्को डायरेक्टर

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Published : Apr 17, 2021, 9:34 PM IST

राजधानी जयपुर में वर्ल्ड हेरिटेज डे की पूर्व संध्या पर 'लीवरेजिंग हेरिटेज फॉर सस्टैनबल डवलपमेंट ऑफ टूरिज्म' विषय पर वेबिनार का आयोजन किया गया. वेबिनार में कई लोगों ने संबोधित किया. वेबिनार में पर्यटन से जुड़े कई लोगों ने भाग लिया.

Leveraging Heritage for Sustainable Development of Tourism
वर्ल्ड हेरिटेज डे की पूर्व संध्या पर वेबिनार

जयपुर. राजधानी जयपुर में वर्ल्ड हेरिटेज डे की पूर्व संध्या पर 'लीवरेजिंग हेरिटेज फॉर सस्टैनबल डवलपमेंट ऑफ टूरिज्म' विषय पर वेबिनार का आयोजन किया गया. वेबिनार में कई लोगों ने संबोधित किया. वेबिनार में पर्यटन से जुड़े कई लोगों ने भाग लिया. पर्यटन विभाग राजस्थान के कई आला अधिकारियो ने भी बेविनार में अपने विचार रखे. वर्ल्ड यह आयोजन फिक्की राजस्थान स्टेट काउंसिल की ओर से किया गया. वेबिनार का संचालन हेड फिक्की राजस्थान स्टेट काउंसिल हैड अतुल शर्मा ने किया.

यूनेस्को नई दिल्ली कार्यालय निदेशक एरिक फॉल्ट ने कहा कि भारत के किसी भी अन्य राज्य की तुलना में राजस्थान का यूनेस्को के साथ गहरा संबंध है, इसका कारण यह है कि दोनों विभिन्न प्रोजेक्ट्स पर साथ मिलकर कार्य कर रहे हैं. राजस्थान संस्कृति को स्थायी और निष्पक्ष तरीके से बढ़ावा देने में अग्रणी है.

एरिक फाल्ट ने यह भी जानकारी दी कि सभी 38 भारतीय विश्व धरोहर स्थलों पर आधारित पुस्तक "इनक्रेडिबल ट्रेजर्स" यूनेस्को द्वारा तैयार की जा रही है. यह पुस्तक जून 2021 में रिलीज की जाएगी. उन्होंने वेबिनार के दौरान पुस्तक की एक झलक भी दिखाई.

पढ़ें- 1100 साल पुरानी प्रतिमाएं रिवरफ्रंट में दबी...UIT ने धरोहर पर बना दी दीवार

कला साहित्य संस्कृति पुरातत्व विज्ञान और प्रौद्योगिकी, राजस्थान की सचिव मुग्धा सिन्हा ने कहा कि लोगों को ध्यान में रखते हुए विरासतों के संधारण और संरक्षण करने जरूरत है. वर्तमान में लोगों को नए अनुभवों की तलाश है. जहां वे यादें बना सकें. पर्यटकों को एक स्मारक में बार-बार लाने के लिए लोगों के अनुभवों के लिए नवीनता लाने की आवश्यकता है. रैंप, रेलिंग, टॉयलेट की सुविधा, पूछताछ केंद्र, ब्रोशर आदि को अच्छे से डिजाइन करने की आवश्यकता है.

राजस्थान फाउंडेशन कमिश्नर धीरज श्रीवास्तव ने कहा कि सांस्कृतिक विरासत की नींव पर पर्यटन का निर्माण करने और कारीगरों के जीवन को बदलने की आवश्यकता है. एचआरएच ग्रुप ऑफ होटल्स के एग्जीक्यूटिव निदेशक लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ ने कहा कि देश में विरासतों की भरमार है, हमें इसके प्रति उदासीन होने से रोकने की आवश्यकता है. ट्रैवल राइटर, यूके, एलिन डोबी ने कहा कि कोविड ने टूरिज्म इंडस्ट्री को रूककर सोचने पर मजबूर किया है. पर्यटन विभाग राजस्थान सरकार से डॉ. पुनिता सिंह ने कहा कि यूनेस्को की प्रतिनिधित्व करने वाली टीम ने महामारी के दौरान काम करना जारी रखा है और 4 जिलों में अमूर्त विरासत परियोजना पर काम को आगे बढ़ाया है.

जयपुर विरासत फाउंडेशन मैनेजिंग ट्रस्टी रीमा हूजा ने कहा कि स्मारकों और विरासत स्थलों को संवेदनशील तरीके से संरक्षित करने की आवश्यकता है. को-चेयरमैन, फिक्की राजस्थान स्टेट, काउंसिल एंड सीएमडी, मंडावा होटल्स रणधीर विक्रम सिंह ने कहा कि राजस्थान में एक समृद्ध संस्कृति और वास्तुकला विरासत है.

जयपुर. राजधानी जयपुर में वर्ल्ड हेरिटेज डे की पूर्व संध्या पर 'लीवरेजिंग हेरिटेज फॉर सस्टैनबल डवलपमेंट ऑफ टूरिज्म' विषय पर वेबिनार का आयोजन किया गया. वेबिनार में कई लोगों ने संबोधित किया. वेबिनार में पर्यटन से जुड़े कई लोगों ने भाग लिया. पर्यटन विभाग राजस्थान के कई आला अधिकारियो ने भी बेविनार में अपने विचार रखे. वर्ल्ड यह आयोजन फिक्की राजस्थान स्टेट काउंसिल की ओर से किया गया. वेबिनार का संचालन हेड फिक्की राजस्थान स्टेट काउंसिल हैड अतुल शर्मा ने किया.

यूनेस्को नई दिल्ली कार्यालय निदेशक एरिक फॉल्ट ने कहा कि भारत के किसी भी अन्य राज्य की तुलना में राजस्थान का यूनेस्को के साथ गहरा संबंध है, इसका कारण यह है कि दोनों विभिन्न प्रोजेक्ट्स पर साथ मिलकर कार्य कर रहे हैं. राजस्थान संस्कृति को स्थायी और निष्पक्ष तरीके से बढ़ावा देने में अग्रणी है.

एरिक फाल्ट ने यह भी जानकारी दी कि सभी 38 भारतीय विश्व धरोहर स्थलों पर आधारित पुस्तक "इनक्रेडिबल ट्रेजर्स" यूनेस्को द्वारा तैयार की जा रही है. यह पुस्तक जून 2021 में रिलीज की जाएगी. उन्होंने वेबिनार के दौरान पुस्तक की एक झलक भी दिखाई.

पढ़ें- 1100 साल पुरानी प्रतिमाएं रिवरफ्रंट में दबी...UIT ने धरोहर पर बना दी दीवार

कला साहित्य संस्कृति पुरातत्व विज्ञान और प्रौद्योगिकी, राजस्थान की सचिव मुग्धा सिन्हा ने कहा कि लोगों को ध्यान में रखते हुए विरासतों के संधारण और संरक्षण करने जरूरत है. वर्तमान में लोगों को नए अनुभवों की तलाश है. जहां वे यादें बना सकें. पर्यटकों को एक स्मारक में बार-बार लाने के लिए लोगों के अनुभवों के लिए नवीनता लाने की आवश्यकता है. रैंप, रेलिंग, टॉयलेट की सुविधा, पूछताछ केंद्र, ब्रोशर आदि को अच्छे से डिजाइन करने की आवश्यकता है.

राजस्थान फाउंडेशन कमिश्नर धीरज श्रीवास्तव ने कहा कि सांस्कृतिक विरासत की नींव पर पर्यटन का निर्माण करने और कारीगरों के जीवन को बदलने की आवश्यकता है. एचआरएच ग्रुप ऑफ होटल्स के एग्जीक्यूटिव निदेशक लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ ने कहा कि देश में विरासतों की भरमार है, हमें इसके प्रति उदासीन होने से रोकने की आवश्यकता है. ट्रैवल राइटर, यूके, एलिन डोबी ने कहा कि कोविड ने टूरिज्म इंडस्ट्री को रूककर सोचने पर मजबूर किया है. पर्यटन विभाग राजस्थान सरकार से डॉ. पुनिता सिंह ने कहा कि यूनेस्को की प्रतिनिधित्व करने वाली टीम ने महामारी के दौरान काम करना जारी रखा है और 4 जिलों में अमूर्त विरासत परियोजना पर काम को आगे बढ़ाया है.

जयपुर विरासत फाउंडेशन मैनेजिंग ट्रस्टी रीमा हूजा ने कहा कि स्मारकों और विरासत स्थलों को संवेदनशील तरीके से संरक्षित करने की आवश्यकता है. को-चेयरमैन, फिक्की राजस्थान स्टेट, काउंसिल एंड सीएमडी, मंडावा होटल्स रणधीर विक्रम सिंह ने कहा कि राजस्थान में एक समृद्ध संस्कृति और वास्तुकला विरासत है.

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